70 निजी कंपनियां देंगी 10 हजार लोगों को नौकरी

क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय गोरखपुर में नौ व दस जून को लगेगा रोजगार मेला।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Jun 2018 05:40 PM (IST) Updated:Mon, 04 Jun 2018 05:40 PM (IST)
70 निजी कंपनियां देंगी 10 हजार लोगों को नौकरी
70 निजी कंपनियां देंगी 10 हजार लोगों को नौकरी

गोरखपुर : गोरखपुर के क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में लगने वाले दो दिवसीय वृहद रोजगार मेले में भाग लेने वाली 70 निजी कंपनियां 10 हजार बेरोजगारों को नौकरी देंगी।

शासन के दिशा-निर्देश पर गोरखपुर जनपद के क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में नौ व 10 जून 2018 को दो दिन वृहद रोजगार मेला लगेगा। इस मेले में निजी क्षेत्र की लगभग 70 कंपनियां भाग लेंगी। इन निजी कंपनियों द्वारा गैर तकनीकी व तकनीकी सहित विभिन्न पदों के लिए लगभग 10 हजार पदों के लिए लिखित परीक्षा व साक्षात्कार लिया जाएगा। इसमें पास होने वाले बेरोजगारों को नौकरी मिलेगी। इस रोजगार मेले में नौकरी पाने के लिए हाईस्कूल से लेकर परास्नातक, आइटीआइ व पालीटेक्निक उत्तीर्ण व कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण पाने वाले अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे। इसके लिए इन्हें कलेक्ट्रेट स्थित सेवायोजन कार्यालय में अपना पंजीकरण, आवेदन पत्र जमाकर प्रवेश पत्र व टोकन संख्या प्राप्त करना जरूरी है। जिन अभ्यर्थियों द्वारा ऐसा नहीं किया जाएगा वे इस रोजगार मेले में भाग नहीं ले पाएंगे। संतकबीर नगर के जिला सेवायोजन अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि गोरखपुर में लगने वाले रोजगार मेले में भाग लेने के लिए इच्छुक अभ्यर्थी बायोडाटा व आवेदन पत्र सात जून 2018 तक जमा कर सकते हैं।

तीन सफाई कर्मियों को किया निलंबित

उधर, संतकबीर नगर में डीपीआरओ आलोक कुमार प्रियदर्शी ने तीन सफाई कर्मियों को निलंबित कर दिया है। डीपीआरओ ने एक जून 2018 को हैंसर बाजार ब्लाक के ग्राम पंचायत बेलौरा तथा नाथनगर ब्लाक के ग्राम पंचायत भिटकिनी का अचानक निरीक्षण किया था। डीपीआरओ ने ग्राम पंचायत बेलौरा के निरीक्षण के दौरान दिव्यांग सफाईकर्मी दुर्गेश कुमार व सत्येंद्रनाथ त्रिपाठी अनुपस्थित पाए गए थे। गांव में जगह-जगह गंदगी मिली थी। वहीं ग्राम पंचायत भिटकिनी में जांच के दौरान सफाई कर्मी रंजना पाल अनुपस्थित मिलीं थीं। डीपीआरओ ने बताया कि इन दोनों ग्राम पंचायतों के लोगों ने पूछताछ में बताया कि ये नियमित रूप से कभी नहीं आते हैं इसके कारण गांव में गंदगी कायम है। इन सफाई कर्मियों द्वारा दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन न करने, बिना काम किए गलत ढंग से पेरोल प्राप्त कर वेतन निकालने तथा अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना की बात सामने आई है। इसलिए इन्हें निलंबित कर दिया गया है।

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