15 करोड़ घरों के एक सदस्य को बनाया जाएगा डिजिटल साक्षर

गोंडा: एटीएम कार्ड का उपयोग हो या फिर पेटीएम से भुगतान। कैशलेस लेनदेन कैसे किया जाएगा, कहां सावधानी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 09:52 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 09:52 PM (IST)
15 करोड़ घरों के एक सदस्य को बनाया जाएगा डिजिटल साक्षर
15 करोड़ घरों के एक सदस्य को बनाया जाएगा डिजिटल साक्षर

गोंडा: एटीएम कार्ड का उपयोग हो या फिर पेटीएम से भुगतान। कैशलेस लेनदेन कैसे किया जाएगा, कहां सावधानी बरतने की जरूरत है। ये सब बातें गांव के उस ग्रामीण को बताई जाएंगी जिसे सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। प्रधानमंत्री ग्रामीण साक्षरता अभियान के तहत 15 करोड़ घरों के एक सदस्य को डिजिटल साक्षर बनाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।

डिजिटल इंडिया अभियान को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई कार्यक्रम संचालित कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए संकल्प लिया है। इसके लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण साक्षरता अभियान संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत 31 मार्च 2019 तक 15 करोड़ घरों के एक-एक सदस्य को डिजिटल साक्षर बनाया जाना है। गोंडा समेत अन्य जिलों में 1.11 करोड़ सदस्यों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी यूपी इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन लिमिटेड को सौंपी गई है। ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे युवा जिनकी आयु 14 से 60 वर्ष के मध्य है और उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में कोई जानकारी है। ऐसे परिवारों के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण को लेकर डीएम की अध्यक्षता में प्रत्येक जिले में जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है। यूपी इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन के एमडी कुमार प्रशांत ने डीएम को पत्र लिखकर पात्रों का चिन्हांकन कराने का अनुरोध किया है।

इन्हें मिलेगी प्राथमिकता

-योजना के तहत प्रत्येक ग्रामीण घर से एक सदस्य का चयन किया जाएगा। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले अल्पसंख्यक, महिला एवं दिव्यांग लाभार्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी।

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