अध्यापकों की कमी से जूझ रहे विद्यालय

लौवाडीह (गाजीपुर) उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय अध्यापको की कमी से जूझ रहे हैं। नए अध्यापकों की नियुक्ति न होने से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Apr 2019 05:33 PM (IST) Updated:Fri, 26 Apr 2019 06:24 AM (IST)
अध्यापकों की कमी से जूझ रहे विद्यालय
अध्यापकों की कमी से जूझ रहे विद्यालय

जासं, लौवाडीह (गाजीपुर) : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय अध्यापकों की कमी से जूझ रहे हैं। नए अध्यापकों की नियुक्ति न होने से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है। कुछ विद्यालय तो कुछ निजी शिक्षकों को रखकर काम चला रहे हैं लेकिन अधिकांश विद्यालयों में पढ़ाई ठप सी है ।

भांवरकोल के खरडीहा इंटर कालेज में इंटर में हिदी, अंग्रेजी, इतिहास, भूगोल के पद खाली हैं। वहीं एलटी में विज्ञान, गणित, प्रारंभिक गणित, हिदी, संस्कृत व गृह विज्ञान के पद खाली हैं। ऐसे में यहां पठन-पाठन भगवान भरोसे है। वहीं जोगामुसाहिब स्थित आदर्श इंटर कालेज में प्रधानाचार्य सहित केवल दो विषयों के अध्यापक ही कार्यरत हैं, बाकी पद खाली हैं। यही हाल अमर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरूपुर का है जिसमें अधिकांश पद खाली हैं। बालापुर इंटर कालेज झारखंड इंटर कालेज करीमुद्दीनपुर आदि विद्यालयों में आधे से अधिक पद खाली हैं। इन विद्यालयों में पदों की नियुक्ति का अधिकार प्रबंधतंत्र को न होकर आयोग को है लेकिन आयोग द्वारा इन पदों को न भरे जाने से छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। इन विद्यालयों में आर्थिक रूप से कमजोर लोग अपने बच्चों का एडमिशन कराते हैं जिनका भविष्य चौपट हो रहा है। ऐसे में वह अधिक रुपये देकर निजी विद्यालयों में अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए मजबूर हैं।

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