उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक बिजली फूंक रहा गौतमबुद्ध नगर, 2300 मेगावाट तक पहुंची खपत, दूसरे स्थान पर है लखनऊ
प्रदेश में बुधवार तक बिजली की मांग 28336 मेगावाट थी जबकि अकेले गौतमबुद्ध नगर में 2313 मेगावाट थी। यह दूसरे स्थान पर चल रहे लखनऊ से 26 प्रतिशत अधिक है। लोड अधिकतम होने से कमजोर बिजली ढांचे की पोल खुल गई है। गौतमबुद्ध नगर में बीते एक सप्ताह में बिजली की मांग 2300 मेगावाट के पार पहुंच गई है जबकि अधिकतम मांग 2450 मेगावाट तक का आंकड़ा छू चुकी है।
अजय चौहान, नोएडा। गौतमबुद्ध नगर प्रदेश में सर्वाधिक बिजली खर्च कर रहा है। बीते एक सप्ताह में बिजली की मांग अप्रत्याशित रूप से 23 सौ मेगावाट के पार पहुंच गई है, जबकि अधिकतम मांग 2450 तक का आंकड़ा छू चुकी है।
ट्रांसमिशन लेकर वितरण तक ज्यादातर उपकेंद्रों पर ओवर लोड की स्थिति बनी हुई हुई है। इसके चलते लगातार कटौती और ट्रिपिंग का सामना करना पड़ रहा है। पूरे प्रदेश में बुधवार तक बिजली की मांग 28336 मेगावाट थी, जबकि अकेले गौतमबुद्ध नगर में 2313 मेगावाट थी। यह दूसरे स्थान पर चल रहे लखनऊ से 26 प्रतिशत अधिक है। लखनऊ में 1822 मेगावाट की खपत है।
उपभोक्ताओं को 24 घंटे नहीं मिल पा रही बिजली
लोड अधिकतम होने के चलते जिले के कमजोर बिजली ढांचे की पूरी तरह पोल खुल गई है। ग्रिड से मांग के अनुरूप बिजली आपूर्ति के बाद भी आम उपभोक्ता को 24 घंटे बिजली नहीं मिल पा रही है। वितरण स्तर पर 33 व 11 केवी उपकेंद्र, ट्रांसफार्मर व केबिल में लगातार फाल्ट आ रहे हैं। इसके चलते सेक्टरों से लेकर सोसायटियों तक में हाहाकार मचा हुआ है।
जिले में उद्योग और व्यावसायिक गतिविधियों को देखते हुए लखनऊ से लेकर मेरठ तक के अधिकारी नियमित यहां की बिजली आपूर्ति की निगरानी कर रहे हैं। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की एमडी ईशा दुहन लगातार यहांं से रिपोर्ट ले रही है।
उत्तर प्रदेश ट्रांसमिशन वितरण निगम निदेशक भी लखनऊ से एक-एक बिजली घर की जानकारी ले रहे हैं। विद्युत निगम के अधिकारियों ने बताया कि यहां का इंफ्रा 35 सौ मेगावाट तक मांग वहन कर सकता है, जो दिक्कत आ रही है। वह ओवर लोड के चलते है।
28 सौ मेगावाट तक की संभावना
जिले में इस बार बिजली की मांग अधिकतम 28 सौ मेगावाट तक पहुंचने की संभावना है। प्रदेश में यह आंकडा 31 हजार के पार रहेगा। ऐसे में विद्युत निगम की तरफ से लगातार ओवर लोड वाले उपकेंद्रों से लोड वितरण को लेकर काम किया जा रहा है।
साथ ही अगले कुछ दिनों तक ट्रिपिंग और कटौती की भी समस्या बनी रहेगी। मौसम में बदलाव से ही लोड पर असर पड़ेगा। पारा बहुत ज्यादा होने से भी उपकेंद्रों पर फाल्ट हो रहे हैं।
400 केवी उपकेंद्र पर भी लोड वोल्टेज, ट्रैपचेंजर लगाए
भीषण गर्मी के चलते प्रदेश भर में बिजली की मांग सर्वाधिक चल रही है। इसके चलते 400 केवी उपकेंद्र पर भी लो वोल्टेज आ रहा है। इसके चलते 220 और 132 केवी उपकेंद्रों पर भी कम वोल्टेज पहुंच रहा है।
जिले में 132 केवी उपकेंद्र पर 125 केवी तक ही वोल्टेज आ रहा है। इसके चलते घरों में लो वोल्टेज की समस्या आ रही है। इसको देखते हुए विद्युत निगम की तरफ से 220 व 132 केवी उपकेंद्र पर ट्रैप चेंजर लगाए गए हैं। वोल्टेज इतना कम है कि कुछ उपकेंद्रों पर डबल ट्रैप चेंजर तक लगाए गए हैं।
प्रदेश में सर्वाधिक लोड वाले जिले
जिला - लोड(मेगावाट)
- गौतमबुद्ध नगर - 2313
- लखनऊ - 1822
- गाजियाबाद - 1527
- आगरा - 1317
- कानपुर - 1105
- मेरठ - 1068
- प्रयागराज - 957
- उत्तर प्रदेश - 28336
गौतमबुद्ध नगर में बीते एक सप्ताह की स्थिति
दिनांक - लोड (मेगावाट )
- 15 मई - 2058
- 16 मई - 20455
- 17 मई - 2244
- 18 मई - 2165
- 19 मई - 1930
- 20 मई - 2292
- 21 मई - 2311
मांग अनुरूप बिजली आपूर्ति हो रही है। कुछ स्थानों पर स्थानीय फाल्ट के चलते कटौती है। साथ ही आरडीएसएस और बिजनेस प्लान के तहत निर्माण कार्य के चलते कुछ स्थानों पर शटडाउन भी लिया जा रहा है।
- राजीव मोहन, मुख्य अभियंता विद्युत निगम