Farmer Protest: गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत से मिले शिवसेना नेता संजय राउत, दिया समर्थन

संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि टिकैत से मुलाकात कर हमने अपनी पार्टी का समर्थन उन्हें दिया है। केंद्र पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कृषि कानून के मुद्दे सरकार को किसानों से उचित तरीके से बात करनी चाहिए।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 02 Feb 2021 02:38 PM (IST) Updated:Tue, 02 Feb 2021 02:38 PM (IST)
Farmer Protest: गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत से मिले शिवसेना नेता संजय राउत, दिया समर्थन
शिवसेना नेता संजय राउत गाजीपुर बॉर्डर पर मीडिया से बात करते हुए।

गाजियाबाद, एएनआइ। शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के प्रवक्ता राकेश टिकैत से मुलाकात की। इस दौरान शिवसेना सांसद अरविंद सावंत भी मौजूद रहे। संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि टिकैत से मुलाकात कर हमने अपनी पार्टी का समर्थन उन्हें दिया है। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत से बात हो गई है और उन्हें जो संदेश देना था हमने दे दिया है। हम पूरी ताकत से उनके साथ रहेंगे। सरकार को ठीक से बात करनी चाहिए, बात में राजनीति नहीं आनी चाहिए। 

बता दें कि शिवसेना किसान आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में है। पार्टी के नेता संसद में भी किसानों का मुद्दा उठाते रहे हैं। 

वहीं राकेश टिकैत ने कहा कि अगर विपक्ष हमारा समर्थन करने के लिए आ रहा है तो उन्हें कोई समस्या नहीं है लेकिन इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। अगर नेता आते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते। ट्रैफिक को किसानों द्वारा अवरुद्ध नहीं किया गया है। यह पुलिस बैरिकेडिंग के कारण है।

 

आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा चलेगा आंदोलनः राकेश

वहीं, राकेश टिकैत ने कहा कि हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। बातचीत भी चलती रहेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि नौजवानों को बहकाया गया, उनको लाल किले का रास्ता बताया गया ताकि किसान को बदनाम करने की कोशिश की जा सके।

कृषि क्षेत्र के लिए लाया जाए अलग से बजट: टिकैत

वहीं, यूपी गेट धरनास्थल पर सोमवार को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों के लिए अलग से बजट की मांग की है। उन्होंने कृषि ऋण को माफ करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि किसान पिछले दो महीनों से कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि क्षेत्र के लिए एक अलग बजट होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को मुफ्त बिजली देने की योजना भी सरकार को लानी चाहिए। बजट को लेकर सरकार से बड़ी उम्मीद थी लेकिन सरकार ने किसानों के बारे में नहीं सोचा।

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