लोन दिलाने के नाम पर 10 लाख ठगे

राजेंद्र नगर सेक्टर-पांच में रहने वाले एक व्यक्ति से लोन दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। ठगी के बाद से पीड़ित की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उनका दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पीड़ित की पत्नी ने रविवार को साहिबाबाद थाने में मामले की शिकायत की। पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कराने की कहकर लौटा दिया। पीड़िता ने जल्द ही एसएसपी से शिकायत करने की बात कही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Apr 2019 09:40 PM (IST) Updated:Mon, 15 Apr 2019 06:13 AM (IST)
लोन दिलाने के नाम पर 10 लाख ठगे
लोन दिलाने के नाम पर 10 लाख ठगे

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :

राजेंद्र नगर सेक्टर-पांच में रहने वाले एक व्यक्ति से लोन दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। ठगी के बाद से पीड़ित की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उनका दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पीड़ित की पत्नी ने रविवार को साहिबाबाद थाने में मामले की शिकायत की। पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कराने की कहकर लौटा दिया। पीड़िता ने जल्द ही एसएसपी से शिकायत करने की बात कही है।

राजेंद्र नगर सेक्टर पांच में महिला अपने परिवार के साथ रहती है। पीड़ित महिला ने बताया कि उनके पति दिल्ली की एक कंपनी में नौकरी करते हैं। बीते वर्ष जनवरी में उनके पति ने लोन के लिए बैंक में आवेदन किया था। उनके घर पर बैंक से जुड़े कुछ कागजात आए थे। इसी बीच बैंक के एक एजेंट ने उनके पति से संपर्क किया। एजेंट ने कम ब्याज दर पर सात की जगह 11 लाख रुपये का लोन दिलाने का झांसा दिया। एजेंट ने फाइल चार्ज, अधिकारियों को घूस देने, कागजातों के सत्यापन आदि के नाम पर दो बैंक खातों में 10 लाख रुपये डलवा लिए, लेकिन पीड़ित को लोन नहीं मिला। आरोपित एजेंट अब फोन नहीं उठाता है। पीड़ित ने अपने क्रेडिट कार्ड से एजेंट को भुगतान किया था। ऐसे में क्रेडिट कार्ड का बिल जमा कराने के लिए बैंक से कॉल आ रही हैं। महिला ने बताया कि उनके पति की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उनके पति का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। रविवार को पीड़िता ने एसएचओ साहिबाबाद से मामले की शिकायत की। एसएचओ साहिबाबाद जितेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि धोखाधड़ी का मामला है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर ही दर्ज किया जाता है। महिला को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के यहां शिकायत देने को कहा गया है।

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