निजीकरण के विरोध में रेल कर्मचारियों की भूख हड़ताल शुरु

टूंडला (फीरोजाबाद) संवाद सहयोगी। सोमवार को ऑल इंडिया लोको रनिग स्टाफ एसोसिएशन के निर्देश पर मांगें मनवाने को रेल कर्मचारियों ने गार्ड ड्राइवर लॉबी पर 24 घंटे के लिए भूख हड़ताल शुरु कर दी। सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने मांगे न माने जाने पर फिर से भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Jul 2019 11:17 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jul 2019 06:24 AM (IST)
निजीकरण के विरोध में रेल कर्मचारियों की भूख हड़ताल शुरु
निजीकरण के विरोध में रेल कर्मचारियों की भूख हड़ताल शुरु

टूंडला, (फीरोजाबाद) संवाद सहयोगी। सोमवार को ऑल इंडिया लोको रनिग स्टाफ एसोसिएशन के निर्देश पर मांगें मनवाने को रेल कर्मचारियों ने गार्ड, ड्राइवर लॉबी पर 24 घंटे के लिए भूख हड़ताल शुरु कर दी। सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने मांगे न माने जाने पर फिर से भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी।

उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के सचिव अमितपाल सिंह ने कहा कि रेलवे का निजीकरण करने के साथ ही कर्मचारियों का निगमीकरण किया जा रहा है। एनपीएस समाप्त कर आरएसी 1980 के अनुसार किलोमीटर भत्ता नहीं मिल पा रहा है, जिससे कर्मचरियों का शोषण हो रहा है। उन्होंने मान्यता प्राप्त यूनियनों को आड़े आथों लेते हुए कहा कि रेलवे बोर्ड आरएसी 1980 के फार्मूले के तहत किलोमीटर रेट तय करने को तैयार था, लेकिन दोनों मान्यता प्राप्त यूनियनों ने पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए। एनपीसी लागू होने पर भी कोई यूनियन विरोध जताने नहीं आई। रेल कर्मचारियों को एचआरए के लाखों रुपये का नुकसान इनके ही कारण हुआ है। इसका जबाव रेल कर्मचारी आगामी चुनाव में देंगे। मांगों को लेकर 24 घंटे की भूख हड़ताल रनिग रेल कर्मचारियों द्वारा की गई है, जिसे ऑल इंडिया गा‌र्ड्स काउंसिल, भारतीय रेल मजदूर संघ, समर्थित उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ समेत सभी लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट व गार्ड आदि कर्मचारियों का सहयोग मिल रहा है। एसोसिएशन के सचिव एसडी मीना ने समर्थन के लिए कर्मचारियों व यूनियनों का आभार व्यक्त किया।

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