पर्यूषण पर्व अपना आंकलन करने का पर्व

फीरोजाबादजागरण संवाददाता। दस दिवसीय पर्यूषण पर्व के दूसरे दिन बुधवार को उत्तम मार्दव धर्म की पूजा हुई। सुबह से ही जिनालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई। जिनालयों में जिन भगवान के अभिषेक पूजन सहित विविध धर्मिक कार्यक्रम संपन्न हुए। इस दौरान मंदिर परिसर श्रीजी के जयकारों से गूंजते रहे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Sep 2019 11:26 PM (IST) Updated:Sat, 07 Sep 2019 06:18 AM (IST)
पर्यूषण पर्व अपना आंकलन करने का पर्व
पर्यूषण पर्व अपना आंकलन करने का पर्व

फीरोजाबाद,जागरण संवाददाता। दस दिवसीय पर्यूषण पर्व के दूसरे दिन बुधवार को उत्तम मार्दव धर्म की पूजा हुई। सुबह से ही जिनालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई। जिनालयों में जिन भगवान के अभिषेक पूजन सहित विविध धर्मिक कार्यक्रम संपन्न हुए। इस दौरान मंदिर परिसर श्रीजी के जयकारों से गूंजते रहे।

श्री दिगंबर जैन चंद्रप्रभ मंदिर में आयोजित धर्म सभा में जबलपुर से आईं बबिता दीदी ने उत्तम मार्दव धर्म के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पर्यूषण पर्व में अपना आंकलन अवश्य करना चाहिए। पिछले साल पर आप नजर डालें घर में रुपया, संपत्ति, वाहन, आभूषण सब बढ़ गए, लेकिन धर्म कितना बड़ा यह कभी नहीं देखा। मंदिर दर्शन की वस्तु है, प्रदर्शन की नहीं। दशलक्षण आत्मशोधन और परिवर्तन का पर्व है। इसमें भी हमने अपने आपको नहीं बदला तो फिर कब बदलेंगे। इस दौरान अजय जैन एडवोकेट, ललित रपरिया, प्रमोद जैन सोनल, जितेंद्र जैन, सुरेश चंद्र जैन, दिनेश जैन, संभव प्रकाश जैन, वीरेंद्र भदावर, राजेश जैन, विजय, दीपक कुमार जैन, मयंक जैन आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।

विभव नगर स्थित जैन मंदिर में आयोजित धर्मसभा के दौरान पांडे राजेश जैन ने कहा कि अहंकार उस कागज की नाव के समान है जो एक न एक दिन हम सबको ले डूबेगी। अहंकार की नींव पर कभी भी धर्मरूपी ²ढ़ भवन का निर्माण नहीं हो सकता। जहां अहंकार है वहां जेठ की दोपहरी है और जहां मृदुता है वहां शीत की शीतलता है। इस दौरान जैन दिगंबर युवा संघर्ष समिति निर्देशक संजय पीआरओ सहित दर्जनों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। नई बस्ती स्थित बाहुबलि दिगंबर जैन मंदिर में धर्मसभा के दौरान सौरभ जैन शास्त्री ने कहा कि मान एक मीठा जहर है, जो मिलने पर बहुत अच्छा लगता है पर है बहुत दुखदायक। मान भी क्रोध के समान आत्मा का अहित करने वाला विकार है। इस दौरान बबलेश जैन, अलका जैन, हिना जैन, रितु जैन, मंजू जैन, निधि जैन, कुसुम, मीना सहित अन्य श्रद्धालु मौजूद रहे।

राजा का ताल स्थित जैन मंदिर धर्मसभा में डॉ. विमल कुमार जैन ने कहा कि सभी लोगों को विष रुपी मान को त्यागकर अपने माता पिता सहित बड़ों का सम्मान करना चाहिए। इस दौरान मंदिर कमेटी अध्यक्ष महेशचंद्र जैन, राजेश जैन, राजेंद्र जैन, राकेश कुमार, अमित जैन सहित अन्य श्रद्धालु मौजूद रहे।

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