रामजन्मभूमि परिसर अयोध्या में मिला संदिग्ध, जांच टीम पूछताछ में जुटीं

अयोध्या की रामजन्म भूमि पुलिस द्वारा संपर्क करने पर गलशहीद थाना पुलिस ने जानकारी दी कि नावेद के माता पिता की मृत्यु हो चुकी है। उसकी पत्नी भी छोड़कर चली गई है, कोई बच्चा भी नहीं है।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Fri, 18 May 2018 08:57 AM (IST) Updated:Fri, 18 May 2018 09:03 AM (IST)
रामजन्मभूमि परिसर अयोध्या में मिला संदिग्ध, जांच टीम पूछताछ में जुटीं
रामजन्मभूमि परिसर अयोध्या में मिला संदिग्ध, जांच टीम पूछताछ में जुटीं

फैजाबाद (जेएनएन)। अधिग्रहीत परिसर में अनाधिकृत तौर पर प्रवेश की कोशिश करते हुए एक व्यक्ति हिरासत में लिया गया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान 45 वर्षीय नावेद कुरेशी पुत्र हनीफ कुरेशी निवासी असालदपुर, थाना गलसईद, जिला मुरादाबाद के रूप में हुई है। खुफिया सूत्रों के अनुसार नावेद साल भर के दौरान पांचवीं बार अधिग्रहीत परिसर के करीब देखा गया है। इसी पांच मई को उसे पुलिस ने पकड़ा भी था पर कोई ठोस वजह न होने पर उसे छोड़ दिया गया था पर 12 दिनों के भीतर दूसरी बार अधिग्रहीत परिसर में उसके प्रवेश की कोशिश को पुलिस एवं खुफिया विभाग बेहद गंभीर मानकर चल रहा है। स्थानीय पुलिस ने मुरादाबाद पुलिस से संपर्क कर नावेद का रिकार्ड सत्यापित कराने के प्रयास में है। नावेद रामलला के दर्शन के निकास मार्ग पर आठ नंबर क्राङ्क्षसग के करीब से धरा गया।

मुरादाबाद के गलशहीद थानाक्षेत्र के बड़ा अहाता निवासी मुहम्मद हमीद के बेटे नावेद को अयोध्या के रामजन्म भूमि के अधिग्रहीत परिसर में प्रवेश करने की कोशिश में हिरासत में ले लिया गया है। 12 दिन के भीतर दूसरी बार अधिग्रहीत परिसर में घुसने की कोशिश को पुलिस एवं खुफिया विभाग बेहद गंभीर मानकर चल रहे हैं। अयोध्या की रामजन्म भूमि पुलिस द्वारा संपर्क करने पर गलशहीद थाना पुलिस ने जानकारी दी कि नावेद के माता पिता की मृत्यु हो चुकी है। उसकी पत्नी भी छोड़कर चली गई है, कोई बच्चा भी नहीं है।

इसके चलते वह मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया था। रिश्तेदार उसे मानसिक रोगियों के अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी कर रहे थे। सीओ कटघर सुदेश कुमार गुप्ता ने जब नावेद की जानकारी की तो उन्हें उसके दोस्त नजमी का नंबर मिला। नजमी ने उन्हें सारी जानकारी दी। मुरादाबाद की गिनती प्रदेश में अति संवेदनशील जिलो में होती है। नावेद के मुरादाबाद वासी होने की जानकारी मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गईं हैं।

सलीम और फरहान की भी हो चुकी है गिरफ्तारी

जिले से सुरक्षा एजेंसियां पहले भी आतंक से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी हैं। मेरठ में पीएसी कैंप पर बम फेंकने वाले मुरादाबाद के एकता विहार निवासी सलीम को भी सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था। कुछ महीने पहले ही वह जेल से छूटा है। बीते वर्ष मुगलपुरा से एटीएस ने फरहान को पकड़ा था। फरहान के पास से फर्जी पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस मिला था। सम्भल जिले से भी आतंकी गतिविधियों में संलिप्त दो युवक पकड़े जा चुके हैं। इसके अलावा स्लीपिंग माड््यूल्स का मूवमेंट भी शहर में बना रहता है। कोतवाली पुलिस ने भी तीन बांग्लादेशी और एक संदिग्ध पकड़ा गया था। बांग्लादेशियों को जेल भेज दिया गया था जबकि संदिग्ध से 10 दिन तक पूछताछ की गई थी। ये लोग भी मानसिक रोगी होने का नाटक करते रहे थे।

सूचना मिलने पर नावेद की जानकारी की जा रही है। अभी तक कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

-जे. रविन्दर गौड, एसएसपी मुरादाबाद।  

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