छह सौ महाविद्यालयों की एफडी की जांच शुरू

डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में संबद्ध छह सौ महाविद्यालयों की ओर से जमा की गई एफडी की जांच शुरू हो गई है। यह जांच संबद्धता के समय कुछ महाविद्यालयों की ओर से फर्जी एफडी लगाने की शिकायत पर शुरू हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Nov 2020 06:19 PM (IST) Updated:Thu, 05 Nov 2020 06:19 PM (IST)
छह सौ महाविद्यालयों की एफडी की जांच शुरू
छह सौ महाविद्यालयों की एफडी की जांच शुरू

अयोध्या : डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में संबद्ध छह सौ महाविद्यालयों की ओर से जमा की गई एफडी की जांच शुरू हो गई है। यह जांच संबद्धता के समय कुछ महाविद्यालयों की ओर से फर्जी एफडी लगाने की शिकायत पर शुरू हुई है। इसमें बड़े खेल की आशंका है। यह जांच कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह के निर्देश पर शुरू हुई है। अभी प्रत्येक संबद्ध महाविद्यालय में संचालित विषय व उसके सापेक्ष विवि में जमा धनराशि की एफडी को सूचीबद्ध किया जा रहा है। इसके बाद उसकी की सत्यता की जांच कराई जाएगी। सभी एफडी को संबंधित बैंक से सत्यापित कराने की तैयारी है।

दरअसल संबद्धता हासिल करते समय महाविद्यालयों को विषय के सापेक्ष विवि की निर्धारित धनराशि की एफडी जमा करने का नियम है। सभी महाविद्यालय इसे संबद्धता पत्रावली के साथ जमा करते हैं। सात विषयों की संबद्धता हासिल करने वाले महाविद्यालयों को दो लाख, बीएड की संबद्धता के लिए ढाई लाख रुपये की एफडी जमा करनी होती है। बीएससी की संबद्धता के लिए तीन लाख एफडी जमा करनी होती है। इसमें ही महाविद्यालय गड़बड़ी करते हैं। अलग- अलग बैंकों के नाम की फर्जी एफडी जमा करने की शिकायत है। विवि में पहले भी इस तरह के मामले पकड़े जा चुके हैं।

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