नगरीय निकायों में मूलभूत सुविधाओं के लिए बजट की दरकार

इंजीनियर वीडी पाठक ने बताया कि नगरीय निकायों के नियोजित विकास के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। देवरिया शहर में अनियोजित विकास हो रहा है। इसे रोका जाना चाहिए। मास्टर प्लान के मुताबिक विकास का खाका खींचना होगा। तभी माडल शहर का सपना पूरा होगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 12:17 AM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 12:17 AM (IST)
नगरीय निकायों में मूलभूत सुविधाओं के लिए बजट की दरकार
नगरीय निकायों में मूलभूत सुविधाओं के लिए बजट की दरकार

देवरिया: जिले में नगरीय निकायों के विकास के लिए बुनियादी सुविधाओं की दरकार है। सड़क, बिजली, पानी, साफ-सफाई आदि जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही है। नगरीय निकायों का विस्तार दिन प्रतिदिन होता जा रहा है। आबादी बढ़ रही है। हर दिन नए भवन बनाए जा रहे हैं, लेकिन शहरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। अधिकतर सड़कें संकरी हैं। नए आवासीय क्षेत्रों में विद्युतीकरण नहीं हो पाया है। कमोवेश यह सभी स्थित निकायों की हैं। देवरिया शहर की बात करें तो ड्रेनेज सिस्टम खराब होने से बरसात में हर साल जलभराव की समस्या से नागरिक जूझते नजर आते हैं। निर्माणाधीन देवरहा बाबा मेडिकल कालेज में जुलाई सत्र से मेडिकल की पढ़ाई शुरू होने पर भीड़ बढ़ेगी। जाम की समस्या से निजात के लिए कदम उठाने होंगे। यूपी सरकार 22 फरवरी को बजट पेश करेगी, जिसमें नगरीय निकायों के बेहतर व नियोजित विकास के लिए बजट का प्रावधान करना होगा। ड्रेनेज सिस्टम बेहतर करने व रिग रोड के लिए बजट में हो प्रविधान

इंजीनियर वीडी पाठक ने बताया कि नगरीय निकायों के नियोजित विकास के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। देवरिया शहर में अनियोजित विकास हो रहा है। इसे रोका जाना चाहिए। मास्टर प्लान के मुताबिक विकास का खाका खींचना होगा। तभी माडल शहर का सपना पूरा होगा।

जुलाई से मेडिकल कालेज शुरू हो जाएगा। जिसके कारण लोड बढ़ेगा। सड़कों पर यातायात घनत्व बढ़ेगा। जलकल रोड काफी संकरा है। इसको देखते हुए मेडिकल कालेज को जोड़ने वाली सड़कों का चौड़ीकरण आवश्यक है। आने वाले समय में शहर के भीतर बाहर से आने वाले लोगों की तादाद बढ़ेगी। ऐसे में शहर के चारो तरफ रिग रोड की आवश्यकता महसूस की जा रही है। शहर के पूर्वी तरफ पिपरपाती या चकिया ढाले और बीआरडीपीजी कालेज की तरफ ओवरब्रिज का निर्माण कराने पर विचार करना होगा। इसके अलावा शहर का ड्रेनेज सिस्टम ठीक करना होगा। बरसात में हर साल शहरवासियों को जलभराव से कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। पिछले साल बरसात में रामनाथ देवरिया, राघवनगर, उमानगर, देवरिया खास, इंदिरा नगर, अबूबकर नगर, भटवलिया, साकेत नगर, ट्यूबवेल कालोनी, भटवलिया, चकियवां, रामगुलाम टोला, सिधी मिल कालोनी आदि मोहल्लों में पानी भर गया है। जलभराव से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री शहर से वाकिफ हैं। इसलिए सरकार से अपेक्षा बढ़ गई है। शहर के विकास के लिए विशेष बजट का प्रावधान किए जाने की उम्मीद है। एक नजर में जिले के नगरीय निकाय

जिले में दो नगर पालिका देवरिया व गौरा बरहज हैं। इसके अलावा नौ नगर पंचायत हैं, जिसमें भटनी, भाटपाररानी, लार, मझौलीराज, रामपुर कारखाना, बरियारपुर, गौरीबाजार, रुद्रपुर, सलेमपुर शामिल हैं। जाम को देखते हुए यातायात व्यवस्था को बेहतर करने की जरूरत है। यातायात पुलिस कम होने के कारण सिगनल व्यवस्था की आवश्यकता महसूस हो रही है।

-कैप्टन केडी सिंह, नागरिक बरसात में जलभराव से मुक्ति दिलाने के लिए ड्रेनेज सिस्टम बेहतर करना होगा। इसके लिए सरकार बजट में प्रावधान करे।

प्रभाकर मणि त्रिपाठी, नागरिक शहर में गलियां संकरी हैं। अधिकतर मोहल्लों में नालियां नहीं बनी है। जल निकासी की व्यवस्था ठीक नहीं है। इसके लिए बजट में व्यवस्था हो।

लक्ष्मीकांत यादव, नागरिक कई मोहल्लों में बिजली पोल न होने से बांस बल्लियों के सहारे विद्युत आपूर्ति हो रही है। सरकार को विद्युतीकरण व्यवस्था को ठीक करना चाहिए।

अमित सिंह डबलू, नागरिक शहर के कई मोहल्लों में शुद्ध पानी पीने को नहीं मिल रहा है। जलापूर्ति व्यवस्था अभी ठीक नहीं है। इसके लिए सरकार धन की व्यवस्था करे।

मनोज गुप्ता, नागरिक शहर की आबादी हर साल बढ़ रही है। ऐसे में बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए बजट चाहिए।

वरुण सिंह बघेल, नागरिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए बाइपास का निर्माण किया जाना जरूरी है। सरकार को इसके लिए बजट देना चाहिए।

कृष्णा पांडेय, नागरिक नगरीय निकायों में शुद्ध पेयजल की दरकार है। सरकार को इसके लिए बजट देना चाहिए।

खगेश दुबे, नागरिक

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