पर्यावरण प्रदूषण समाज के लिए घातक

देवरिया: पर्यावरण प्रदूषण समाज के लिए घातक है। हमें अपने पर्यावरण को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए रासाय

By Edited By: Publish:Thu, 23 Jul 2015 10:21 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jul 2015 10:21 PM (IST)
पर्यावरण प्रदूषण समाज के लिए घातक

देवरिया: पर्यावरण प्रदूषण समाज के लिए घातक है। हमें अपने पर्यावरण को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों के प्रयोग में कमी करके जैविक खेती पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, जिससे भूमि और पर्यावरण दोनों सुरक्षित रह सके।

यह बातें श्रीनिवास तिवारी ने कही। वह एसजीएस सेंट्रल एकेडमी जंगल बेलवा में उसर भूमि, भू-क्षरण एवं सूखा के विरुद्ध संघर्ष विषयक संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। प्रधानाचार्य शैलेष कुमार ने कहा कि मृदा की उत्पादक क्षमता दिन प्रतिदिन कम होती हो जा रही है। रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक प्रयोग से मिट्टी की उपजाऊ क्षमता घट रही है और धीरे-धीरे भूमि उसर का रूप ग्रहण कर रही है।

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुन्ना पांडेय ने कहा कि वर्तमान समय में जनसंख्या वृद्धि के कारण वनों का कटान तेजी से हो रहा है। वनक्षेत्र बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है, परंतु वन क्षेत्र बढ़ने की बजाय दिनों दिन घटती जा रही है। हम सभी को वनक्षेत्र बढ़ाने की योजना को सफल बनाने के लिए प्रतिवर्ष कम से कम एक-दो पेड़ लगाना चाहिए।

इस दौरान शैलेष, शशिकांत यादव, बबिता गौड़, अन्नू पांडेय, गोरख ¨सह, विजय निषाद व मदन गोपाल आदि मौजूद रहे।

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