पीएम सम्मान निधि के अपात्र किए जा रहे चिह्नित, होगी रिकवरी

जागरण संवाददाता चंदौली जमीन के फर्जी दस्तावेज लगाकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ ल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Mar 2021 06:14 PM (IST) Updated:Tue, 23 Mar 2021 06:14 PM (IST)
पीएम सम्मान निधि के अपात्र किए जा रहे चिह्नित, होगी रिकवरी
पीएम सम्मान निधि के अपात्र किए जा रहे चिह्नित, होगी रिकवरी

जागरण संवाददाता, चंदौली : जमीन के फर्जी दस्तावेज लगाकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले अपात्रों की अब खैर नहीं। जिला प्रशासन ने अपात्रों को चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कृषि और राजस्व विभाग के कर्मचारी गांव-गांव अपात्रों की सूची तैयार कर रहे हैं। कृषि उपनिदेशक राजीव भारती ने इसके बाबत सभी एसडीएम को पत्र भेजा है। अपात्रों से धनराशि की रिकवरी की जाएगी।

जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए 2.19 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है। इसमें 1.95 लाख किसानों के खाते में नियमित किस्त पहुंच रही है, जबकि शेष किसानों के खाते में दो-तीन किस्त पहुंचने के बाद रुक गई। विभाग की ओर से कई बार आवेदन संशोधन के लिए कैंप भी लगाए गए लेकिन योजना से वंचित किसानों ने शिविर का रुख नहीं किया। प्रशासन ऐसे किसानों को संदिग्ध मान रहा है। इनकी पात्रता की पड़ताल शुरू कर दी गई है। इस कार्य में कृषि के साथ ही राजस्व विभाग की टीम भी लगी है। कृषि उपनिदेशक ने एसडीएम को पत्र भेजकर लेखपाल के जरिए अपात्रों को चिह्नित कराने को कहा था। फिलहाल प्राविधिक सहायक, एआरपी, बीआरपी समेत राजस्व विभाग की टीम अपात्रों को चिह्नित कर सूची तैयार करने में जुटी है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अब तक लगभग 800 से अधिक अपात्रों को चिह्नित किया जा चुका है। जिले भर की अपात्रों की सूची तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद रिकवरी की कार्रवाई शुरू होगी। ------------------------

अप्रैल में मिलेगी अगली किस्त

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त अप्रैल माह में आएगी। जिले के करीब 1.95 लाख किसानों के खाते में दो हजार रुपये धनराशि पहुंचेगी। इसके पूर्व दिसंबर 2020 में किसानों के खाते में किस्त आई थी। धनराशि मिलने से छोटे किसानों को खाद-बीज का इंतजाम करने में काफी सहूलियत होती है। -------

' पीएम किसान सम्मान निधि के अपात्रों को चिह्नित किया जा रहा है। कृषि व राजस्व विभाग की टीम इस कार्य में लगी हुई है। अपात्रों से रिकवरी की जाएगी।

राजीव भारती, उपनिदेशक, कृषि

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