उर्वरक की किल्लत से किसान बेहाल

उर्वरक की किल्लत से अन्नदाता बेहाल हैं। बुधवार को लगातार तीसरे दिन नगर स्थित कृभको केन्द्र पर यूरिया के खातिर किसानों की कतार लगी रही।सहकारी समितियों पर उर्वरक की अनुपलब्धता अन्नदाताओ के लिए मुसीबत बन गयी है।बोरी दो बोरी खाद के लिए भी किसान ठंड में पसीना बहा दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jan 2019 05:00 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jan 2019 12:08 AM (IST)
उर्वरक की किल्लत से किसान बेहाल
उर्वरक की किल्लत से किसान बेहाल

जागरण संवाददाता, चकिया (चंदौली) : उर्वरक की किल्लत से अन्नदाता बेहाल है। बुधवार को लगातार तीसरे दिन नगर स्थित कृभको केंद्र पर यूरिया के खातिर किसानों की कतार लगी रही। सहकारी समितियों पर उर्वरक की अनुपलब्धता अन्नदाताओं के लिए मुसीबत बन गयी है। बोरी दो बोरी खाद के लिए भी किसान ठंड में पसीना बहाने को विवश है।

नगर स्थित सहदुल्लापुर, शिकारगंज, सिकंदरपुर, बैरी, खरौझा सहकारी समिति समेत बाजार में पहुंची यूरिया की मामूली खेप चंद किसानों के बीच चटनी की तरह चट हो गई। समितियों पर यूरिया एक अनार सौ बीमार की कहावत चरितार्थ हुई। समितियों पर महज 5 सौ बोरी यूरिया भेजे जाने से एक दिन में ही यूरिया समाप्त हो गई। ऐसी स्थिति में किसानों का रुख नगर स्थित कृभको केंद्र पर बना रहा। समितियों से यूरिया गायब और दुकान पर मनमाना दाम वसूले जाने से किसानों का रूख कृभको की ओर टिक गया। सुबह होते ही बड़ी संख्या में किसान आधार कार्ड लेकर केंद्र पर पहुंच गए। लाइन में खड़े होने के बावजूद यूरिया नहीं मिल पाई। किसानों की भीड़ के बावजूद सुरक्षा के नाम पर एक भी पुलिस कर्मी नहीं दिखे। किसानों के बीच कई बार हुज्जत व मारपीट की नौबत आ गई। आरोप रहा कि मौके का फायदा उठाकर कुछ लोग आधार कार्ड के माध्यम से यूरिया लेकर बाजार में बेच रहे हैं। इससे वास्तविक किसान को परेशानी उठानी पड़ रही है।

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