लॉकडाउन में बढ़ा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, बरतें सतर्कता

सरकार के जोर देने के बाद भी लोग पहले आनलाइन ट्रांजेक्शन उतना नहीं करते थे जितना कि पिछले एक माह से लॉकडाउन में हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Apr 2020 11:00 PM (IST) Updated:Tue, 21 Apr 2020 06:05 AM (IST)
लॉकडाउन में बढ़ा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, बरतें सतर्कता
लॉकडाउन में बढ़ा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, बरतें सतर्कता

बुलंदशहर, जेएनएन। सरकार के जोर देने के बाद भी लोग पहले आनलाइन ट्रांजेक्शन उतना नहीं करते थे, जितना कि पिछले एक माह से लॉकडाउन में हो रहा है। कोरोना की महामारी से बचाव के लिए लोग घरों में कैद हैं, क्योंकि लॉकडाउन का पालन करना है, नतीजन बैंक जाने के बजाए अधिकांश लोग ऑनलाइन बैंकिंग कर रहे हैं। यहां तक बिजली का बिल जमा करने से लेकर टीवी सेटअप बॉक्स रिचार्ज कराने और मोबाइल रिचार्ज कराने तक आनलाइन ही किया जा रहा है। लेकिन बढ़ते आनलाइन ट्रांजेक्शन के बीच सावधानी बरतने की भी बहुत जरुरत है, क्योंकि इस बीच फ्राड होने का खतरा भी बढ़ गया है, इसलिए सावधानी बरतने की भी जरुरत है। फ्रॉड होने से ऐसे बच सकते हैं आप

साइबर क्राइम के युग में फ्रॉड से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। एटीएम से पैसे निकालने से पहले देख लें कि आपके पीछे जो लाइन में लगा हो वो आपके साथ न आए। मशीन में अपना डेबिट कार्ड डालने के बाद पिन हमेशा अपने हाथों से ढंककर ही डालें। क्रेडिट या डेबिट कार्ड का पिन और नंबर कभी किसी से शेयर न करें। डेबिट कार्ड के पीछे एक सीवीवी नंबर लिखा होता है, इसको मार्कर से ब्लैक कर दें, ताकि अन्य कोई इसे न जान सके। किसी से भी अपना ओटीपी शेयर न करें।

-विजय गांधी, लीड बैंक मैनेजर बुलंदशहर नेट बैंकिंग से होने वाले फ्रॉड से ऐसे बचें

जब से बैंकों ने सीबीएस की शुरुआत की है, लोगों के लिए बैंकिंग सुविधा लेने में आसानी हो गई है। ज्यादातर यूजर्स नेट बैंकिंग सुविधा का इस्तेमाल करते हैं। इस नेट बैंकिग सेवा के जितने लाभ हैं, इसमें नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। कुछ सावधानी बरत कर इनसे बचा जा सकता है। जब भी आप नेट बैंकिंग सेवा का इस्तेमाल करते हैं तो सबसे पहले बैंक के वेबसाइट का स्पेलिग चेक कर लें। यह भी चेक कर लें कि वेबसाइट के शुरुआत में जहां आप वेब एड्रेस डालते हैं, वहां हरे रंग का सिक्योर बना हुआ आ रहा है या नहीं। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित कर लें कि आपके बैंकिंग वेबसाइट एचटीटीपीएस से शुरू हो रहा या नहीं।

-शिवराम यादव, साइबर एक्सपर्ट एवं एसपी क्राइम

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