पराली न जलाने के लिए किया जागरूक

जेएनएन बिजनौर। छात्राओं ने किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए जागरूक करते हुए पराली से

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Nov 2020 06:31 PM (IST) Updated:Tue, 10 Nov 2020 06:31 PM (IST)
पराली न जलाने के लिए किया जागरूक
पराली न जलाने के लिए किया जागरूक

जेएनएन, बिजनौर। छात्राओं ने किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए जागरूक करते हुए पराली से झोपड़ी बनाकर दिखाई। दयानंद वैदिक कन्या इंटर कालेज की प्रधानाचार्य बीना रानी शर्मा, स्काउट गाइड कैप्टन एवं शिक्षिका मीना विश्नोई व इकबाल मेमोरियल स्कूल के प्रबंधक हसन जावेद के नेतृत्व में कई छात्राएं मंगलवार को नगीना हरेवली रोड पर किसान मांगू सिंह, अमर सिंह, नरेंद्र सिंह, खेम सिंह, धर्मेंद्र सिंह के खेत पर पहुंची और किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया। छात्राओं ने किसानों को पराली जलाने के नुकसान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पराली जलाने से प्रदूषण फैलता है, इसलिए पराली न जलाकर इसका सही रूप में प्रयोग करें, जैसे पराली को अच्छी फसल के लिए खेतों में खाद के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है तथा पराली को पशुओं को भी खिला सकते हैं। पराली से किसान अपने खेतों में झोपड़ी बनाकर खेत की रखवाली के लिए रह भी सकते हैं। छात्राओं ने इस अवसर पर किसानों को एक झोपड़ी बनाकर भी दिखाई और किसानों को पराली की उपयोगिता बताते हुए उनसे पराली न जलाने का अनुरोध किया।

गैस सिलेंडर में लगी आग, मची भगदड़

जेएनएन, बिजनौर। चाय बनाते समय गैस सिलेंडर में आग लगने से अफरा तफरी मच गई। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों और मोहल्ले वासियों ने आग पर बमुश्किल काबू पाया।

मंगलवार सुबह मोहल्ला कस्बा जोशियान निवासी अंशुल जोशी अपने मकान की तीसरी मंजिल पर चाय बनाने के लिए गया था। जैसे ही उसने माचिस जलाकर गैस का जलाया। तभी गैस सिलेंडर ने आग पकड़ ली। सिलेंडर की आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। रसोई के अंदर गैस सिलेंडर करीब एक घंटे तक धू-धू कर जलता रहा। अंशुल जोशी घबराकर शोर मचाता हुआ मकान से नीचे उतर आया और मोहल्ले वालों को सूचना दी। आग का भयंकर रूप देखकर घनी आबादी के बीच अफरा तफरी मच गई। तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड के एसआई शरणवीर सिंह और उपनिरीक्षक अजय कुमार की पुलिस टीम के साथ आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के बाद एक बड़ा हादसा टल गया। रसोई में रखा सभी घरेलू सामान जलकर राख हो गया। रसोई में रखे तैयार गोलगप्पे भी खराब हो गए। अंशुल जोशी गोलगप्पे का ठेला लगाकर अपनी रोजी-रोटी कमाता है। पुलिसकर्मियों ने रसोई के अंदर जलती आग भी पानी व मिट्टी डालकर ठंडा कर दिया। गैस सिलेंडर फट जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। पीड़ित अंशुल ने बताया कि घटना में उसका रसोई के अंदर रखा ठेले का सभी सामान, गोलगप्पे आदि व अन्य सामान जलकर खराब हो गया।

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