बेरोजगार हुए लोगों को काम की गारंटी दे सरकार

लॉकडाउन के दौरान अन्य महानगरों में रहने वाले कामगारों का कामकाज ठप होने पर भोजन का संकट छा गया। जिसकी वजह से भारी संख्या में प्रवासियों ने घर वापसी किया है। बेरोजगार हुए ऐसे लोगों के सामने भूखमरी की विभिषिका आन पड़ी है। कमाई बंद होने से आश्रित परिजनों की भी चिता बढ़ गई है। ऐसे लोगों की समस्या को लेकर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मा‌र्क्स) के कार्यकर्ताओं ने आवाज बुलंद की। धरना -प्रदर्शन कर विरोध जताया। बुधवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के दौरान जिलाधिकारी के नाम पत्रक सौंपकर कोरोना महामारी के दौरान बेरोजगार हुए लोगों को रोजगार की गांरटी देने की मांग की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Jul 2020 06:38 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jul 2020 06:38 PM (IST)
बेरोजगार हुए लोगों को काम की गारंटी दे सरकार
बेरोजगार हुए लोगों को काम की गारंटी दे सरकार

विरोध -चित्र 9

------------

- काम ठप होने से घर वापसी किए मजदूरों के समर्थन में बुलंद की आवाज

- महामारी के दौर में जनपद में आए सभी प्रवासियों को रोजगार देने की मांग

-------------

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : लॉकडाउन के दौरान अन्य महानगरों में रहने वाले कामगारों का कामकाज ठप होने पर भोजन का संकट छा गया। बेरोजगार हुए ऐसे लोगों के सामने भुखमरी की समस्या है। कमाई बंद होने से आश्रित परिजनों की भी चिता बढ़ गई है। समस्या को लेकर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मा‌र्क्स) के कार्यकर्ताओं ने आवाज बुलंद की। धरना -प्रदर्शन कर विरोध जताया। बुधवार को कलेक्ट्रेट पर जिलाधिकारी के नाम पत्रक सौंपा।

कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के चलते गरीब व मजदूरों का कारोबार बंद हो गया है। गरीब मजदूरों का उत्पीड़न बढ़ गया है। प्रदर्शन में बनारसी सोनकर, धर्मराज, कबूतरा देवी, विजय यादव, शिव बहादुर, लालमणि व दिनेश पाल आदि थे।

chat bot
आपका साथी