मिलाकर खड़िया मिट्टी एंटीबॉयोटिक दवा को बनाया जानलेवा

जिले में मेडिकल स्टोर पर नकली दवाओं का कारोबार खूब फलफूल रहा है। गोपीगंज स्थित अग्रवाल मेडिकल स्टोर से लिया गया सैंपल फेल हो गया। रिपोर्ट में आटा पाउडर मिलाने की पुष्टि हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 May 2020 05:57 PM (IST) Updated:Thu, 14 May 2020 05:57 PM (IST)
मिलाकर खड़िया मिट्टी एंटीबॉयोटिक दवा को बनाया जानलेवा
मिलाकर खड़िया मिट्टी एंटीबॉयोटिक दवा को बनाया जानलेवा

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जिले में मेडिकल स्टोर पर नकली दवाओं का कारोबार खूब फल-फूल रहा है। जिसे रोगी दवा समझ कर अपनी जान बचाने की सोच रहे हैं, दरअसल वह किसी जानलेवा गोली से बढ़कर कुछ भी नहीं है। ताजा मामला आया भदोही में। यहां पर एक ऐसी एंटीबॉयोटिक टैबलेट पकड़ में आई है, जिसे खड़िया मिट्टी (ब्लैक बोर्ड में लिखने के काम आने वाली चोक) का घोल मिलाकर तैयार किया गया और उसे बाजार में बिकने के लिये जारी कर दिया गया। मामला पकड़ में भी नहीं आता, अगर 22 जनवरी 2020 में गोपीगंज स्थित अग्रवाल मेडिकल स्टोर से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी दवा का नमूना नहीं लेते। उसे जांच के लिये लखनऊ स्थित प्रयोगशाला में भेजा गया।

गुरुवार को आई रिपोर्ट से प्रशासन के पांव तले जमीन खिसका गई। खड़िया मिट्टी होने पुष्टि हुई है। प्रशासन ने निर्माता कंपनी और मेडिकल लैब के संचालक के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये हैं। ड्रग इंस्पेक्टर एके बंसल ने बताया कि नकली होने के संदेह पर फेसबर्ग एजेड टैबलेट का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। केवल 54 फीसदी औषधि की मात्रा पाई गई। शेष 46 फीसद खड़िया मिट्टी व अन्य पाउडर की मात्रा मिलाई गई थी। इस दवा का सेवन करने से जान मुश्किल में पड़ सकती है। दवा निर्माता कंपनी जीएनबी मेडिकल लैब सोलन (हिमाचल प्रदेश) और जेम्सबर्ग फार्मूलेशन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर गोरखपुर निवासी शांतिभूषण राव के खिलाफ आपराधिक वाद दायर किया जाएगा।

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स्टोर संचालक को चेतावनी : मेडिकल स्टोर संचालकों को किसी भी प्रकार की नकली दवा बिक्री पाए जाने पर सख्त करवाई की चेतावनी दिया है। जिले के मेडिकल स्टोर पर नकली दवा की बिक्री के आरोप में अब तक 40 से अधिक विक्रेताओं पर करवाई की जा चुकी है। प्रकरण में विधिक कार्रवाई आरंभ होने जा रही है।

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इस रोग में आता है काम : फेसबर्ग एबी टैबलेट सीने में दर्द, सर्दी व खांसी आदि रोग में उपयोग किया जाता है। एक प्रकार से यह एंटीबायोटिक दवा है। फार्मूला से छेड़छाड़ कर दवा तैयार कर बाजार में उतारा गया था।

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