चाक-चौबंद तो कहीं उदासीनता की मार

विभिन्न प्रांत व प्रदेश के अन्य जिलों से लौटे परदेसियों को ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन विद्यालय सहित आंगनबाड़ी केंद्रों में भी क्वारंटाइन करने की व्यवस्था करने का निर्देश है। संक्रमण रोकने को लेकर जहां लॉकडाउन फोर को प्रभावी कर दिया गया है। बावजूद इसके जहां कहीं उदासीनता जारी है तो कहीं इसे लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था भी की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 05:00 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 05:00 PM (IST)
चाक-चौबंद तो कहीं उदासीनता की मार
चाक-चौबंद तो कहीं उदासीनता की मार

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : विभिन्न प्रांत व प्रदेश के अन्य जिलों से लौटे परदेसियों को ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन, विद्यालय सहित आंगनबाड़ी केंद्रों में भी क्वारंटाइन करने की व्यवस्था करने का निर्देश है। संक्रमण रोकने को लेकर जहां लॉकडाउन फोर को प्रभावी कर दिया गया है। जहां कहीं उदासीनता जारी है तो कहीं इसे लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था भी की जा रही है।

कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए मुंबई, दिल्ली सहित विभिन्न प्रांतों से अपने घरों को लौट रहे परदेसियों को पंचायत से विद्यालय भवन में क्वारंटाइन करने का फरमान जारी किया गया था। निगरानी समिति से सदस्यों, ग्राम प्रधानों को आदेश जारी परदेशियों पर नजर रखने व उनकी सूचना एकत्र कर उपलब्ध कराने का निर्देश था। शुरूआती दौर में तो कुछ सक्रियता दिखाई गई लेकिन अब तमाम गांवों में उदासीनता दिखाई जा रही है। यहां तक की लौट रहे परदेसियों तक की अनदेखी की जा रही है। वैसे मऊरामशाला, माधोरामपुर, महुआपुर सहित कुछ ग्राम पंचायतों में परदेसियों को रोकने के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था भी की गई है। मऊरामशाला के ग्राम प्रधान जगतंबा प्रसाद शुक्ल ने बताया कि विद्यालय में परदेसियों को रोकने के लिए व्यवस्था की गई है। हालांकि कुछ परदेसी विद्यालय में रुकना नहीं चाहते। वह विवाद की स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं।

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