विपरीत परिस्थितियों में नेताजी ने दिलाई आजादी

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मनाई गई जयंती - अलग-अलग जगहों पर हुए विविध कार्यक्रम

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Jan 2020 11:13 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 11:13 PM (IST)
विपरीत परिस्थितियों में नेताजी ने दिलाई आजादी
विपरीत परिस्थितियों में नेताजी ने दिलाई आजादी

बस्ती : स्वतंत्रता संग्राम के नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती गुरुवार को मनाई गई। उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें सलामी दी गई। अटल प्रेक्षागृह में समाज के उत्साही युवाओं ने समारोह आयोजित किया। इसमें विभिन्न स्कूलों के शिक्षक और विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

मुख्य वक्ता मिथिलेश नारायण ने कहा कि नेताजी ने विद्यार्थी जीवन से ही अपना सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन शुरू कर दिया था। विपरीत परिस्थितियों में उन्होंने देश को आजादी दिलाई। उनके जीवन से सीख लेकर हमें राष्ट्र को प्राथमिकता देनी चाहिए। भागवत प्रसाद पांडेय ने कहा कि युवा अपनी सकारात्मक भूमिका तय करें। विषय प्रवर्तन पंकज त्रिपाठी ने किया। संचालन विवेक मिश्र और आभार ज्ञापन कैलाश नाथ दुबे ने किया। प्रधानाचार्य योगेश शुक्ल,राना दिनेश प्रताप सिंह, अखिलेश दुबे,कर्नल केसी मिश्र,संजय द्विवेदी,रमेश सिंह, महेश शुक्ल, सत्येंद्र शुक्ल जिप्पी, अनुराग शुक्ल, डा. नवीन सिंह मौजूद रहे। सोशल क्लब के लोगों ने फौव्वारा तिराहा स्थित नेताजी की प्रतिमा माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

क्लब जिलाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय, महामंत्री अमर सोनी, अजय कुमार श्रीवास्तव, उमेश श्रीवास्तव, मनमोहन श्रीवास्तव काजू, अभयदेव शुक्ल, अरविद श्रीवास्तव गोला, महेंद्र तिवारी मौजूद रहे। मित्र संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव एवं जिला संयोजक अवधेश मिश्र के नेतृत्व में नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद बनकटा स्थित वृद्धा आश्रम में फल भी वितरित किया गया। मोनी श्रीवास्तव, राय अंकुरम श्रीवास्तव, पिकू श्रीवास्तव, मान सिंह, यशकांत सिंह, अज्जू हिदुस्थानी, रविद्र गौतम मौजूद रहे। पीआरडी जवानों ने सुभाष चौक पर आकर नेताजी की प्रतिमा के समक्ष सलामी दी। इंद्रजीत मौर्य, मखंदर, श्याम बिहारी, राम सिंह मौजूद रहे।

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कांग्रेसियों ने किया नमन

कांग्रेस पार्टी कार्यालय पर जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा के संयोजन में कार्यक्रम आयोजित हुआ। पूर्व विधायक अंबिका सिंह ने कहा कि नेताजी अरविद घोष और गांधीजी के जीवन से प्रभावित थे। ज्ञानेंद्र पांडेय ज्ञानू, देवेंद्र श्रीवास्तव, प्रेमशंकर द्विवेदी, विपिन राय, मो. युसुफ कल्लन, विश्वनाथ चौधरी, आदित्य त्रिपाठी, गुड्डू सोनकर, आफताब रहमान, प्रशांत कुमार पांडेय, साधूशरन आर्य, सचिन शुक्ल, प्रमोद कुमार द्विवेदी, दुर्गेश त्रिपाठी, कौशल कुमार त्रिपाठी मौजूद रहे।

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