नहीं पहुंचे कक्ष निरीक्षक, विभाग परेशान

बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों की कमी 12 फरवरी से अखरने लगेगी। सभी 138 केंद्रों पर परीक्षा होनी है और विज्ञान एवं कला संवर्ग के विद्यार्थी एक साथ शामिल भी होंगे। ऐसे में कक्ष निरीक्षकों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ तो परीक्षा की निगरानी में कठिनाई होगी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Feb 2019 11:02 PM (IST) Updated:Mon, 11 Feb 2019 11:02 PM (IST)
नहीं पहुंचे कक्ष निरीक्षक, विभाग परेशान
नहीं पहुंचे कक्ष निरीक्षक, विभाग परेशान

बस्ती : बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों की कमी 12 फरवरी से अखरने लगेगी। सभी 138 केंद्रों पर परीक्षा होनी है और विज्ञान एवं कला संवर्ग के विद्यार्थी एक साथ शामिल भी होंगे। ऐसे में कक्ष निरीक्षकों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ तो परीक्षा की निगरानी में कठिनाई होगी। केंद्र व्यवस्थापकों ने इस स्थिति से विभाग को पहले ही अवगत करा दिया है। विभाग ने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के पंजीकृत 81222 परीक्षार्थियों के लिए कुल 3430 शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। इसमें 25 राजकीय, 628 सहायता प्राप्त, 1969 वित्तविहीन, 771 बेसिक और सेवानिवृत्त 37 शिक्षक शामिल किए गए। विडंबना यह कि वित्तविहीन और बेसिक शिक्षकों में से अधिकांश परीक्षा ड्यूटी करने से पहले दिन से ही परहेज कर रहे हैं। शुरूआती दौर में गिनती के छात्रों की परीक्षा होने के चलते कक्ष निरीक्षकों की कमी का आभास नहीं हो पाया। अब महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा शुरू होने से समस्या जटिल होगी। अभी तक 70 फीसद कक्ष निरीक्षक ही संबंधित केंद्रों पर कार्यभार ग्रहण किए हैं। इसीलिए परीक्षा कंट्रोल रूम से दिन भर सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को घंटी बजाई गई। कक्ष निरीक्षकों के पहचान पत्र के साथ ही केंद्रों पर भेजने के निर्देश दिए गए। शिक्षकों के नाराजगी का कारण पिछले वर्ष के परीक्षा ड्यूटी का पारिश्रमिक न मिलना भी बताया जा रहा है।

---------------------

जिन शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक बनाया गया है वह तत्काल प्रभाव से आवंटित केंद्रों पर कार्यभार ग्रहण कर लें। अन्यथा की स्थिति में 12 फरवरी से विभागीय कार्रवाई शुरू हो जाएगी। प्रधानाचार्यो का दायित्व है कि कक्ष निरीक्षक बनाए गए शिक्षकों को तत्काल रिलीव करें।

डा. बृजभूषण मौर्य, डीआइओएस, बस्ती।

------------------------

chat bot
आपका साथी