बारिश से कई जगह धंसी सड़क, ढह गई पुलिया की एप्रोच

अधूरे बने बरेली-सीतापुर राजमार्ग की गुणवत्ता की पोल बारिश ने खोल दी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Aug 2018 09:30 AM (IST) Updated:Mon, 06 Aug 2018 02:59 PM (IST)
बारिश से कई जगह धंसी सड़क, ढह गई पुलिया की एप्रोच
बारिश से कई जगह धंसी सड़क, ढह गई पुलिया की एप्रोच

बरेली : अधूरे बने बरेली-सीतापुर राजमार्ग की गुणवत्ता की पोल बारिश ने खोल दी है। बारिश के कारण कई जगह से राजमार्ग धंस गया है। कई स्थानों पर पुलिया की एप्रोच भी ढह गई, जिससे ओवरब्रिज के किनारे भी मिट्टंी का कटान हो रहा है। क्षतिग्रस्त मार्ग में हादसे की आशंका बनी हुई है।

राष्ट्रीय राजमार्ग 24 को फोरलेन बनाने का काम कर रही इरा कंपनी चार महीने से काम नहीं कर रही है। बारिश ने पूरे मार्ग की गुणवत्ता की पोल खोल दी है। कई जगह से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। एक किलोमीटर तक सड़क कहीं भी सलामत नहीं बची है। कहीं गड्ढे हैं तो कहीं पुलिया धंस गई है। सड़क पर पानी भर गया है। राजमार्ग की हालत खराब होने पर एनएचएआइ अफसर हरकत में आए हैं। रविवार को प्राधिकरण की टीम ने बुलडोजर लगाकर सड़क पर पड़ी मिट्टी हटाने का काम शुरू किया। कई जगह मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण अधिकारी भी दौड़ते रहे। फरीदपुर विधायक डॉ. श्याम बिहारी लाल ने भी एनएचएआइ के अफसरों की क्लास लगाई। विधायक ने शीघ्र ही राजमार्ग ठीक कराए जाने की बात कही है। इन स्थानों पर गहरे गड्ढे व सड़क धंसी

-गांव रम्पुरा कमन के पास पुलिया की एप्रोच।

- कस्बे में ओवरब्रिज के किनारे पर मिट्टी कटान से बने गहरे गड्ढे।

- बहगुल नदी पुल के समीप राजमार्ग पर गड्ढे।

- कस्बे में सर्विस लेन जलभराव से तालाब में तब्दील। इनसेट

जाम न लगे, बाईपास से चालू कराया

बरेली : कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले प्रशासनिक व एनएचएआइ के अधिकारियों ने मिलकर बाईपास से ट्रैफिक निकलवाना शुरू कर दिया है। इससे कस्बे के लोगों को राहत मिली है। एक दिन पहले तक अधिकारियों को यही टेंशन थी कि कावड़ यात्रा और राष्ट्रीय राजमार्ग का ट्रैफिक दोनों एक साथ कैसे निकाला जाएगा। दोपहर बाद दर्जनों कांवड़ियों के जत्थे गंगाजल भरने के लिए रवाना हो गए। सोमवार सुबह से ही जत्थे आने शुरू हो जाएंगे। कांवड़ियों के एक मार्ग परा जाटवान में अभी गंदा पानी सड़कों पर भरा है, जिससे मार्ग अवरूद्ध है। सीओ अशोक ने बताया कि सोमवार को कांवड़ियों के मार्ग में ट्रैफिक को रोक दिया जाएगा। कांवड़ यात्रा मार्ग सुरक्षित रखा जाएगा। फरीदपुर के कांवड़िये पालऊ मंदिर, पंचेश्वर नाथ मंदिर पचौमी सत्संग भवन आदि मंदिरों में जल चढ़ाने पहुंचेंगे।

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