बेसहारा घूमने वाले पशुओं के संरक्षण के लिए बरेली नगर निगम उठाया बड़ा कदम, जानिये कैसे करेगा संरक्षण
Bareilly Municipal Corporation Protect Stray Animals शहर में बेसहारा घूमने वाले पशुओं के संरक्षण के लिए नगर निगम ने सीबीगंज के गांव नदोसी में कान्हा उपवन आश्रय स्थल बनाया है। मौजूदा समय में यहां क्षमता से अधिक पशुओं को संरक्षण दिया जा रहा है।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Municipal Corporation Protect Stray Animals : शहर में बेसहारा घूमने वाले पशुओं के संरक्षण के लिए नगर निगम ने सीबीगंज के गांव नदोसी में कान्हा उपवन आश्रय स्थल बनाया है। मौजूदा समय में यहां क्षमता से अधिक पशुओं को संरक्षण दिया जा रहा है। रोजाना ही टीम शहर से बेसहारा पशुओं को पकड़कर लाते हैं। इसके साथ ही गोपालकों को पालने के लिए पशु दिए भी जाते हैं। कान्हा उपवन में करीब एक हजार गोवंशीय पशुओं को रखने की क्षमता है। इस समय वहां क्षमता से अधिक करीब 1100 गोवंशीय पशु संरक्षित हैं।
नगर निगम ने बेसहारा पशुओं को पकड़ने वाली टीम बनाई है, जो रोजाना ही शहर से पशुओं को कान्हा उपवन पहुंचाती है। तमाम बार पशु पालने वाले पशुओं को छुटाने के लिए वहां पहुंच जाते हैं। इस कारण पशुओं की संख्या में रोजाना बदलाव होता है। पशुओं के लिए भूसा, हरा चारा, खल आदि के लिए नगर निगम ने टेंडर प्रक्रिया अपनाई है। वहां गोवंशीय पशुओं को रखरखाव में हर माह करीब 15 लाख रुपये तक का खर्च होता है।
शासन से मिलने वाली रकम बहुत कमः गोवंशीय पशुओं के लिए शासन की ओर से प्रतिदिन तीस रुपये निर्धारित किए गए हैं। यह धनराशि काफी कम है। शासन ने भी कुछ धनराशि निगम को दी थी, लेकिन नगर निगम अपनी निधि से सारा खर्च वहन कर रहा है। इसके साथ ही अगर यहां से कोई पशु को पालने के लिए घर ले जाता है तो उसे भी 30 रुपये प्रतिदिन दिया जा रहा है।
कैंप लगाकर बांटे जाएंगे पशुः नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अशोक कुमार ने बताया कि कान्हा उपवन से गाय लेने के लिए 85 लोगों ने आवेदन किए हैं। पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी के साथ अगले हफ्ते में कैंप लगाया जाएगा। कैंप में गोपालकों को पशु देने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने बताया कि बेसहारा पशुओं को कान्हा उपवन में संरक्षण दिया जा रहा है। वहां एक हजार से अधिक पशु हो गए हैं, जिनकी सभी व्यवस्थाएं नगर निगम कर रहा है। जो लोग इच्छा जताते हैं, उन्हें पशु दिए जाते हैं।
पशुओं की संख्या
गाय - 409
सांड, बैल - 200
बछड़े - 278
बछिया - 203
छोटे बच्चे - 50