146 पेंशनर्स की समस्याएं निस्तारित

जागरण संवाददाता, बरेली : 146वीं रक्षा पेंशन अदालत का शुभारंभ रक्षा लेखा अपर महानियंत्रक ने उपेंद्र स

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Apr 2017 12:56 AM (IST) Updated:Tue, 25 Apr 2017 12:56 AM (IST)
146 पेंशनर्स की समस्याएं निस्तारित
146 पेंशनर्स की समस्याएं निस्तारित

जागरण संवाददाता, बरेली : 146वीं रक्षा पेंशन अदालत का शुभारंभ रक्षा लेखा अपर महानियंत्रक ने उपेंद्र साह ने कैंट एरिया में स्थित कारगिल हॉल में किया। इसमें पेंशनर्स ने अपनी तमाम समस्याओं को रखा। पहले दिन 280 पेंशनर्स ने रजिस्ट्रेशन कराया। इसमें 146 पेंशनर्स की समस्याएं निस्तारित कर उन्हें पेंशन दिलाने का आश्वासन दिया गया। जबकि 34 पेंशनर्स समस्या निस्तारण से पहले ही चले गए। मंगलवार को उनकी समस्या निस्तारित की जाएगी। बाकी 100 पेंशनर्स की समस्या निस्तारित करने की बात कही। अदालत का शुभारंभ भारत माता की जय और समापन राष्ट्रगान से हुआ।

रक्षा लेखा अपर महानियंत्रक ने उपेंद्र साह ने कहा कि केंद्र सरकार और रक्षा मंत्रालय पेंशन देने के लिए कटिबद्ध है। पेंशन पद्धति के पुराने तरीके में सुधार करके कंप्यूटरीकृत तरीके से चंद मिनट में ही पेंशन कार्य पूरे किए जा रहे हैं। इससे संबंधित वेबसाइट पर पेंशन ऑनलाइन दाखिल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि सुविज्ञा सॉफ्टवेयर से पेंशन से संबंधित आधारभूत जानकारी ले सकते हैं। इस मौके पर डेमो करके भी दिखाया गया। वन रैंक वन पेंशन लागू होने के तुरंत बाद रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक पेंशन ने पेंशन पुनरीक्षण और बकाया राशि के भुगतान के आदेश कर दिए हैं। साथ ही सातवें वेतन आयोग के लागू होने के बाद विभिन्न पेंशन वितरण एजेंसियों को एक परिपत्र जारी किया।

रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक पेंशन प्रवीण कुमार ने पेंशनर्स की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए पेंशनर्स पोर्टल, पेंशनर्स कॉल सेंटर, ई-ऑडिट और ई-अदालत के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल एके पांडेय, मेजर जनरल आरके भारद्वाज, आइडीएएस सीडीए डीआर नेगी, आइडीएएस आइएफए जेपी पांडेय, ब्रिगेडियर एएन झा, पेंशन अदालत अधिकारी शिवकुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।

23 साल से पेंशन पाने को भटक रहा रिटायर्ड जवान

एयरफोर्स से वर्ष 1993 में रिटायर्ड हुए महेंद्र कुमार पेंशन पाने के लिए काफी समय से भटक रहे हैं। दस साल नौ दिन की सेवा देने के बाद ड्यूटी के दौरान हुए एक एक्सीडेंट में उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। तब से अब तक वह पेंशन पाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनकी पत्नी सुमनलता पेंशन पाने के लिए हाईकोर्ट में वाद लड़ रही हैं। वह पति को साथ लेकर पेंशन अदालत में अपनी समस्याएं बताई।

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