श्रद्धालुओं ने किया लोधेश्वर का जलाभिषेक

बाराबंकी : लोधेश्वर महादेवा में मलमास के दूसरे सोमवार पर लगातार रिमझिम बारिश के बावजूद जलाभिषेक के ल

By Edited By: Publish:Tue, 30 Jun 2015 12:03 AM (IST) Updated:Tue, 30 Jun 2015 12:03 AM (IST)
श्रद्धालुओं ने किया लोधेश्वर का जलाभिषेक

बाराबंकी : लोधेश्वर महादेवा में मलमास के दूसरे सोमवार पर लगातार रिमझिम बारिश के बावजूद जलाभिषेक के लिए अपार भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं में महिलाओं की संख्या भी काफी थी। महिलाओं ने प्रदोष व्रत रखकर महादेव का पूजन अर्चन किया। बरसात के बावजूद श्रद्धालुओं का आवागमन दिन भर जारी रहा। हर-हर बम-बम का उदघोष गूंजता रहा।

सोमवार को सुबह से ही जलाभिषेक के लिए लाइन लग गई। श्रद्धालु रविवार की रात ही हजारों की संख्या में आ चुके थे। अव्यवस्थाओं के बावजूद शिवभक्तों में उल्लास देखने को मिला। श्रद्धालु हाथों में पुष्प, कमलदल, बिल्व पत्र, तंदुल, दुग्ध, अगरबत्ती, मंदार पुष्प, धतूरफल, विजया, द्रव्य, मिष्ठान्न आदि नैवेद्य की सजी थाल व पवित्र गंगाजली लिए लोधेश्वर को जलाभिषेक किया।

बताई पुरुषोत्तम मास की महत्ता

फतेहपुर : नगर स्थित शिव मंदिर पर प्रवचन कर रहे स्वामी देवी नारायण दास ने कहा कि पुरुषोत्तम मास में भगवान श्रीराम ने भी लंका विजय से पूर्व भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करके ही रावण पर विजय पाई थी इसलिए भगवान शंकर की भक्ति अत्यंत फलदाई है।

औसानेश्वर में उमड़ी भीड़

हैदरगढ़ : पुरुषोत्तम मास के तीसरे सोमवार पर औसानेश्वर सहित नगर के सभी शिव मंदिरों पर शिवभक्तों ने बड़ी संख्या में जलाभिषेक करके पूजा अर्चना की। खराब मौसम के बाद भी बड़ी संख्या में शिवभक्तों का तांता लगा रहा। औसानेश्वर घाट पर मेला भी लगा।

अभरन में भी कीचड़ व गंदगी

चित्र-29बीआरके-37

रामनगर : लोधेश्वर महादेवा में अभरन तालाब में कीचड़ व गंदगी के बावजूद श्रद्धालु स्नान कर श्रद्धा दर्शाते रहे। इस बार तालाब की सफाई नहीं कराई गई और न ही पानी ही भरवाया गया। मेले में तथा बुढ़वल रेलवे स्टेशन से रामनगर कस्बा होकर मार्ग प्रकाश की पहले की तरह इस मलमास मेला में जनरेटर लगाकर प्रकाश की व्यवस्था नहीं करने के कारण अंधियारे में श्रद्धालु आते जाते रहे। महादेवा जाने वाले सभी मार्गों पर जमीन पर लेट कर परिक्रमा करने वाले बालक, युवा नर-नारियों का मानों सैलाब निरंतर रातों दिन उमड़ रहा है। महादेवा अस्पताल के अलावा रात में श्रद्धालुओं की तबियत खराब होने पर प्राइवेट डॉक्टरों के यहां मरीज दवा लेने पर मजबूर रहे। इस बार एक भी दवा का स्टाल नहीं लगा है।

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