तालाब-कुएं नहीं बचे तो भयावह होगी स्थिति

जागरण संवाददाता, बांदा : विश्व जल दिवस पर आयोजित गोष्ठी में जल संरक्षण के उपायों पर चर्चा हुई। जिसमे

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Mar 2018 10:18 PM (IST) Updated:Thu, 22 Mar 2018 10:18 PM (IST)
तालाब-कुएं नहीं बचे तो भयावह होगी स्थिति
तालाब-कुएं नहीं बचे तो भयावह होगी स्थिति

जागरण संवाददाता, बांदा : विश्व जल दिवस पर आयोजित गोष्ठी में जल संरक्षण के उपायों पर चर्चा हुई। जिसमें तालाब और कुओं को बचाने के साथ ही पौधरोपण व उद्यानीकरण पर भी जोर दिया गया। मुख्य अतिथि चित्रकूटधाम मंडल के उपनिदेशक अर्थ एवं संख्या ने कहा कि तालाब और कुओं का संरक्षण नहीं किया गया तो भविष्य में स्थिति और भयावह होगी।

गुरुवार को विकासभवन सभागार में गोष्ठी आयोजित हुई। जिसकी शुरुआत मुख्य अतिथि अर्थ एवं संख्या विभाग के उपनिदेशक एसएन त्रिपाठी व सीडीओ रामकुमार ¨सह ने की। मुख्य अतिथि ने कहा कि गांव में कुओं का संरक्षण समय की आवश्यकता है। इनका संरक्षण नहीं किया गया तो आने वाले समय में स्थिति और भयावह होगी। बताया कि चित्रकूटधाम मंडल के कमिश्नर रामविशाल मिश्रा द्वारा हर गांव में मनरेगा योजना से तालाब खुदाई के निर्देश दिए गए हैं। लोगों से कहा कि सभी लोग गांव में समन्वय बनाकर तालाब खुदाई का कार्य धरातल पर कराएं। सीडीओ ने कहा कि पानी हम सभी के जीवन का अनिवार्य हिस्सा है। समय रहते नहीं चेते तो आने वाली पीढ़ी के लिए स्थिति अच्छी नहीं होगी। उन्होंने पौधरोपण व उद्यानीकरण के कार्य को समय की जरूरत बताई। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संजीव कुमार बघेल ने जल संरक्षण की वर्तमान आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में डा.जनार्दन त्रिपाठी, अखिल भारतीय समाज सेवा संस्थान के निदेशक भागवत प्रसाद, विनय कुमार आदि ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय समाज सेवा संस्थान वाटर एड के द्वारा किया गया। उधर पं.जेएनएल कालेज में जल बचाओ गोष्ठी आयोजित हुई। वक्ताओं ने जोर दिया कि जल का कम से कम अपव्यय किया जाए। कार्यक्रम में डा.रोहित कुमार, डा.पीके ¨सह, डा.एस कुशवाहा, डा.बीएल मौर्य, डा.पीतांबर, डा.आदेश गुप्ता, डा.एसके ¨सह आदि ने विचार व्यक्त किए।

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