प्राथमिक विद्यालय की भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास

यूपी व बिहार की सीमा पर खाद्यान्न की कालाबाजारी चरम पर है। लॉकडाउन के बाद से ही जमाखोरों व खाद्यान्न माफियाओं की सक्रियता बढ़ गई है। इस पर रोक लगाने में प्रशासनिक अमला पूरी तरह से असफल है। गरीबों को दिए जाने वाले इस खाद्यान्न के कालाबाजारी में जाने से पात्र इधर-उधर भटक रहे है। गोदामों से खाद्यान्न की कालाबाजारी शुरू हो जाती है। कालाबाजारी रोकने की जिस पर जिम्मेदारी है वह खुद खाद्यान्न माफियाओं से मिले हुए हैं। ऐसे में गरीबों की पहुंच से खाद्यान्न दूर होता जा रहा है। गरीबों की शिकायतों का विभागीय अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है और कोटेदार उनकी सुनते नहीं है। ऐसे में गरीब जाएं तो कहां। खाद्यान्न् माफियाओं के खिलाफ प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 May 2020 05:22 PM (IST) Updated:Mon, 11 May 2020 05:22 PM (IST)
प्राथमिक विद्यालय की भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास
प्राथमिक विद्यालय की भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास

जासं, नगरा (बलिया) : लॉकडाउन के कारण जहां सभी विद्यालय बंद पडे़ हैं वहीं इसका फायदा उठा कर प्राथमिक विद्यालय मंगवा मलपहरसेनपुर की भूमि पर रसोइया के परिजनों ने अवैध कब्जे का प्रयास शुरू कर दिया है। सूचना मिलने पर प्रधानाध्यापक चंद्रशेखर राम ने पुलिस को तहरीर दी है। आरोप है कि उक्त भूमि पर रसोइया के परिजनों द्वारा निर्माण कराया जा रहा है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। अवैध कब्जे की सूचना जब ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक को दी तो उन्होंने मौके पर पहुंच कर कब्जा करने से मना किया कितु वे लोग नही माने तब जाकर प्रधानाध्यापक ने थाने में तहरीर दी। प्रधानाध्यापक ने बताया कि खाली पडी जमीन एकल कक्ष निर्माण के लिए छोड़ी गई है। प्रभारी निरीक्षक यादवेंद्र पांडेय ने बताया कि अवैध कब्जे के उद्देश्य से हो रहे निर्माण कार्य को रोक दिया गया है।

chat bot
आपका साथी