गंगा का तेवर तल्ख, आधा दर्जन गांवों में कटान तेज

गंगा व सरयू का तेवर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरयू के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से जहां इलाकाई सकते में हैं वहीं गंगा के रौद्र रूप से तटवर्ती लोगों की धुकधुकी बढ़ गई है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के साथ ही मंगलवार की भोर में कटान आरंभ हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 06:08 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 06:08 PM (IST)
गंगा का तेवर तल्ख, आधा दर्जन गांवों में कटान तेज
गंगा का तेवर तल्ख, आधा दर्जन गांवों में कटान तेज

जागरण संवाददाता, दोकटी (बलिया): गंगा व सरयू का तेवर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरयू के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से जहां इलाकाई सकते में हैं वहीं गंगा के रौद्र रूप से तटवर्ती लोगों की धुकधुकी बढ़ गई है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के साथ ही मंगलवार की भोर में कटान आरंभ हो गया। इसके चलते जगदीशपुर बस्ती में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि थोड़ी देर बाद यहां कटान बंद हो गया लेकिन सतीघाट भुसौला, नरदरा, जगदीशपुर, शिवपुर कपूर दियर के बिद बस्ती व मझरोट बस्ती के सामने तेजी से हो रहे कटान से ग्रामीण काफी भयभीत हैं।

पिछले एक सप्ताह से गंगा के जलस्तर में हल्का उतार-चढ़ाव था। इसके चलते इलाके में कटान बंद था। सोमवार को अचानक गंगा के जलस्तर में वृद्धि शुरु हो गई और हवा के दबाव के कारण कटान भी आरंभ हो गया है। यह देख तटवर्ती बस्तियों में अफरा-तफरी मच गई। लोगबाग कीमती सामान को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लग गये। लोगों का कहना है कि जलस्तर में हो रहे उतार-चढ़ाव का देखते हुए कटान का अंदाज लगाना मुश्किल है। कब कटान शुरु हो जाए यह नहीं कहा जा सकता है।

इनसेट

टीएस बंधा पर बढ़ा दबाव, सुरक्षा को लेकर चिता

जागरण संवाददाता, रेवती (बलिया): सरयू का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। चांदपुर में नदी खतरा बिदु से 1.15 मीटर ऊपर बह रही है। जबकि अभी जलस्तर में बढ़ाव जारी है। जलस्तर में हो रही वृद्धि के कारण टीएस बंधा के डेन्जर जोन तिलापुर में बंधा पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। 68.200 किमी से 70 किमी के बीच बना पांच मीटर लम्बा जालीदार स्पर पानी में समाहित होने के दो दिन बाद भी विभागीय मौन हैं।

अभी तक कोई जिम्मेदार हालात का जायजा लेने तक नहीं आया। वहीं तटवर्तियों का कहना है कि डेन्जर जोन में बंधे के ऊपर जगह-जगह गड्ढे (होल ) बन गये हैं। दोनों तरफ खतपतवार होने से पानी का रिसाव शुरू होने पर भी इसकी जानकारी नहीं हो पाएगी। ऐसे में पानी के बढ़ते दबाव को देखकर बंधा पर खतरा मड़राने लगा है। खुदा न खास्ता यदि बंधा टूटा तो इलाके के दर्जनों गांवों की लाखों की आबादी प्रभावित होगी।

तिलापुर निवासी विरेंद्र यादव ने बताया कि बंधे की निगरानी के लिए सुपरवाईजर नियुक्त न होने से ग्रामीणों को रतजगा करना पड़ रहा है। हृदयानंद यादव ने बताया कि बंधा की सुरक्षा के लिए रखे गए बोल्डर व बालू भरी बोरियां जरुरत के हिसाब से काफी कम हैं। ऐसे में इस बार बंधे की सुरक्षा भगवान भरोसे ही है।

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