एमडी की जांच से एफसीआइ अनाज घोटाले से उठेगा पर्दा

बहराइच : सहकारिता मंत्री ने जिले के राजकीय भंडार निगम में हुए हजारों ¨क्वटल गेहूं व चा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Oct 2018 10:36 PM (IST) Updated:Thu, 25 Oct 2018 10:36 PM (IST)
एमडी की जांच से एफसीआइ अनाज घोटाले से उठेगा पर्दा
एमडी की जांच से एफसीआइ अनाज घोटाले से उठेगा पर्दा

बहराइच : सहकारिता मंत्री ने जिले के राजकीय भंडार निगम में हुए हजारों ¨क्वटल गेहूं व चावल गोलमाल मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी प्रबंध निदेशक आलोक ¨सह को सौंपी गई है। एमडी की जांच अंजाम तक पहुंची तो घोटालेबाज अधिकारी ही बेनकाब नहीं होंगे, बल्कि अनाज के खेल को लेकर हो रही सुनियोजित लूट से भी पर्दा उठेगा। इससे जुड़े अनाज माफिया भी बेनकाब होंगे। सूत्र बताते हैं कि जांच के आदेश के बाद स्टॉक रजिस्टर में फर्जी इंट्री समेत कई जरूरी दस्तावेज नए सिरे से तैयार करने के लिए दोनों विभागों के अधिकारी जुट गए हैं।

बहराइच-लखनऊ हाईवे के बसंतापुर में भारतीय खाद्य निगम का राजकीय भंडार निगम है। गोदाम से जनवरी से अब तक बड़े पैमाने पर गेहूं व अनाज का घोटाला किया गया है। लखनऊ से आई ऑडिट टीम ने इसका राजफाश किया। स्टॉक रजिस्टर समेत कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भरे नहीं गए हैं। अनाज गोलमाल के लिए दर्ज गेहूं व चावल की मात्रा को ज्यादा दिखाने के लिए व्हाइटनर का प्रयोग किया गया है। बावजूद क्षेत्रीय प्रबंधक एसडब्ल्यूसी व एफसीआइ की ओर से मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की गई। इसका खुलासा लगातार 'दैनिक जागरण' कर रहा है। इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन में एर्डजेस्मेंट कर 68 ¨क्वटल प्रति वाहन मामले में भी खबर प्रकाशन पर जांच कराने पर घटतौली की पुष्टि की गई है। सूबे के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने गृह जिले के गोदाम में अनाज के काले कारोबार को गंभीरता से लिया है। एमडी को तत्काल गोदाम की अपने निगरानी में जांच कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। बड़ी कार्रवाई से बचने के लिए अधिकारी अभिलेखों में हेराफेरी कर खामियों को सुधारने में जुट गए हैं। एमडी आलोक कुमार ¨सह ने बताया कि एसडब्ल्यूसी व एफसीआई में अनाज घोटाले की जांच मिली है। टीम के साथ घोटाले की तहकीकात की जाएगी।

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