क्या इस पेराई सत्र में नहीं चलेगी मलकपुर शुगर मिल ?

जागरण संवाददाता, बागपत : किसान दिवस में जब किसान ¨सचाई, बिजली आपूर्ति, किसान क्रेडिट कार्ड

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Oct 2018 11:15 PM (IST) Updated:Wed, 17 Oct 2018 11:15 PM (IST)
क्या इस पेराई सत्र में नहीं चलेगी मलकपुर शुगर मिल ?
क्या इस पेराई सत्र में नहीं चलेगी मलकपुर शुगर मिल ?

जागरण संवाददाता, बागपत : किसान दिवस में जब किसान ¨सचाई, बिजली आपूर्ति, किसान क्रेडिट कार्ड आदि की शिकायतों के दौरान बकाया गन्ना भुगतान को लेकर चर्चा करने लगे तो डीएम ने मलकपुर शुगर मिल के इस पेराई सत्र में नहीं चलने के संकेत दिए। इस पर किसान हैरान रह गए।

बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया। भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रताप ¨सह गुर्जर ने नहरों में ¨सचाई के लिए पानी का मुद्दा उठाया। इस पर डीएम ऋषिरेन्द्र कुमार ने ¨सचाई विभाग के अधिशासी अभियंता के बारे में पूछा, तो विभागीय अवर अभियंता ने उनके मेरठ में होने की जानकारी दी। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई और नहरों की स्थिति की जानकारी एक सप्ताह के भीतर देने के निर्देश दिए। सुभाष नैन ने सरूरपुर में बीमारी से पशुओं की मौत होने का मुद्दा उठाया। इस पर डीएम ने सीवीओ को गांव में जाकर जांच करने के निर्देश दिए। इसके अलावा इंद्रपाल, तनवीर अहमद, हरेन्द्र, वेदप्रकाश, अमरजीत, राजेन्द्र प्रधान आदि ने भी किसानों की समस्याओं को उठाया। इसी दौरान बकाया गन्ना भुगतान का मुद्दा उठा, तो डीएम ने बताया कि बागपत व रमाला शुगर मिल का करीब दस करोड़ रुपये बकाया रह गया है, जिसका इस पेराई सत्र शुरू होने से पूर्व जल्द भुगतान कर दिया जाएगा। वहीं इस पेराई सत्र में मलकपुर शुगर मिल का संचालन नहीं होने की संभावना है। डीएम ने बताया कि हाईकोर्ट ने मलकपुर शुगर मिल को वर्ष 2016-17 का किसानों के बकाया गन्ना भुगतान शेड्यूल के हिसाब से करने के आदेश दिए थे। साथ ही किसानों का बकाया भुगतान किए बिना शुगर मिल का संचालन नहीं करने का आदेश दिया था। शुगर मिल ने वर्ष 2016-17 के बकाए का भुगतान कर दिया, लेकिन मिल ने वर्ष 2017-18 के करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया भुगतान नहीं किया। इस बीच शासन के आदेश पर शुगर मिल का इस पेराई सत्र में संचालन शुरू कराने को लेकर मरम्मत कार्य कराया गया। इसे लेकर हाईकोर्ट लखनऊ में सहकारी गन्ना विकास समिति मलकपुर के चेयरमैन धूम ¨सह ने मिल मालिकों व डीएम बागपत के खिलाफ अवमानना याचिका दायर की है। कोर्ट के नोटिस उन्हें प्राप्त हो गए हैं। मिल मालिकों से बातचीत की जा रही है। अब या तो मिल चलेगी या नहीं।

हरियाणा के किसानों ने किया हंगामा

किसान दिवस में हरियाणा के सोनीपत निवासी किसान रामनिवास, संतकुमार व पवन कुमार आदि ने हंगामा किया। किसानों का कहना था कि वर्ष 2016-17 में सोनीपत की सहकारी मिल के अचानक खराब होने पर उनके समेत डेढ़ सौ किसानों के गन्ने को मलकपुर शुगर मिल में डाला गया था। शुगर मिल मलकपुर ने करीब तीन करोड़ रुपये का भुगतान सहकारी गन्ना विकास समिति मलकपुर को कर दिया, लेकिन गन्ना समिति ने उन्हें रुपये नहीं दिए। किसानों ने उक्त रुपये दिलाने की मांग की।

डीसीओ बोले, किसानों का अहित कर रहे चेयरमैन

जासं, बागपत: डीसीओ सुशील कुमार ने कहा कि मलकपुर सहकारी गन्ना विकास समिति के चेयरमैन धूम ¨सह के बिना वजह हाईकोर्ट में गन्ना भुगतान को लेकर रिट दायर करने से किसानों का अहित हो रहा है। इससे उन्हें साल 2016-2017 के गन्ना भुगतान विलंब से मिला। कहा कि चेयरमैन की हठधर्मिता से चीनी मिल जून से अगस्त तक बंद रही, जिससे 110 करोड़ की चीनी डंप रहने से किसानों को गन्ना भुगतान तीन माह देरी से हुआ। कहा कि चेयरमैन ने रिट दायर कर रखी है कि जब तक गन्ना भुगतान न हो तब तक चीनी मिल न चले। यदि चीनी मिल नहीं चलेगा तो किसानों को दो ढाई करोड़ गन्ना कहां जाएगा। डीसीओ ने आरोप लगाया कि गन्ना विभाग तथा प्रशासन प्रयास कर रहा है कि हर सूरत में मलकपुर चीनी मिल में पेराई शुरू हो जाए, लेकिन चेयरमैन इसमें बाधा बने हैं। हमें किसानों और उनके गन्ने की फिक्र है। उधर, चेयरमैन धूम ¨सह ने कहा कि हमनें रिट कर रखी है कि यदि गन्ना भुगतान नहीं होता तो सरकार चीनी मिल पर रिसीवर नियुक्त कर चलवाए।

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