आइजी को कॉल कर बोला 'सुलखान बोल रहा हूं'

बरेली : एक सिरफिरे ने बरेली रेंज आइजी एसके भगत को डीजीपी सुलखान सिंह बनकर कॉल कर डाली। फोन कर प्रदे

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jun 2017 11:39 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jun 2017 11:39 PM (IST)
आइजी को कॉल कर बोला 'सुलखान बोल रहा हूं'
आइजी को कॉल कर बोला 'सुलखान बोल रहा हूं'

बरेली : एक सिरफिरे ने बरेली रेंज आइजी एसके भगत को डीजीपी सुलखान सिंह बनकर कॉल कर डाली। फोन कर प्रदेश और पुलिस के हालचाल लिए। आइजी के सुधार के प्रयास करने की बात कहने पर बोला कि 'सब को बदल डालो।' शक हुआ तो आइजी ने सीधे डीजीपी से बात की और पूरी बात बताई। इस पर डीजीपी भी हैरान रह गए। फिर पड़ताल कर सोमवार रात बदायूं में दातागंज निवासी सिरफिरे को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। सिरफिरा युवक फिरोज सईद खान दातागंज में तकिया गांव का निवासी है। उर्दू से बीएड होने के बाद भी नौकरी न मिलने से वह कुछ डिस्टर्ब हो गया है। उसने आइजी रेंज के सीयूजी फोन नंबर पर रविवार दोपहर लगभग 1.30 बजे 7409907031 फोन नंबर से कॉल की। आइजी के फोन उठाते ही कहा कि सुलखान सिंह बोल रहा हूं, कैसे हो? वहां सब कैसा चल रहा है। कॉल करने वाले को एकबारगी असली डीजीपी समझ आइजी ने सर कहकर बातचीत शुरू की। पर आइजी ने चंद सेकेंड में ही बातचीत का तरीका और आवाज भांप ली। आइजी ने फिर बहाने से फोन काटकर लखनऊ में बैठे डीजीपी से बात कर उनके या उनकी तरफ से कॉल कराने की बात की तस्दीक की तो डीजीपी भी दंग रह गए। फिर आइजी ने बरेली एसपी क्राइम को फोन नंबर की लोकेशन और उसके बारे में जानकारी करने के निर्देश दिए। एसपी क्राइम आरके भारतीय ने बताया कि फोन नंबर की लोकेशन बदायूं में दातागंज के गांव तकिया में मिली। सोमवार देर रात दातागंज के एसआइ अजय सिंह ने टीम के साथ आरोपी को दबोच लिया। अविवाहित फिरोज सईद जहर दिए जाने के शक में घर से अलग रह रहा था। उसका पूरा परिवार गांव में ही रहता है। अविवाहित फिरोज खुद को मारे जाने और जहर देने की आशंका के चलते अपने घर के बजाय बाहर घेर में रहता है। भाई-भाभी के हाथ का बनाया भोजन तक नहीं लेता। वो गांव में भी कभी किसी को डीएम तो कभी आइजी, एसपी बनकर बात करता है। आरोपी को दातागंज पुलिस ने आइजी के सामने पेश किया। इस पर आइजी ने चेतावनी देकर परिजनों के सुपुर्द किया।

वर्जन

डीजीपी बनकर फोन करने वाले युवक को सर्विलांस की मदद से पकड़ा था। जांच में उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं मिली, हिदायतें देकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।

- आरके भारतीय, एसपी क्राइम

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