राम के अग्निबाण से धराशाई होकर धू-धूकर जला अहंकारी लंकेश

जोया : विजयादशमी के दूसरे दिन डिडौली और पतेई खालसा के रामलीला मैदान में भी बुराई का प्रतीक रावण के प

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 05:07 AM (IST)
राम के अग्निबाण से धराशाई होकर धू-धूकर जला अहंकारी लंकेश
राम के अग्निबाण से धराशाई होकर धू-धूकर जला अहंकारी लंकेश

जोया : विजयादशमी के दूसरे दिन डिडौली और पतेई खालसा के रामलीला मैदान में भी बुराई का प्रतीक रावण के पुतले का दहन किया गया। इसमें श्रीराम और रावण के बीच भयंकर युद्ध हुआ। राम के अग्नि बाण से अहंकारी रावण धराशाई होकर धू-धूकर जलने लगा। जिसे देख दर्शकों ने जय श्रीराम के नारे लगाए। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस बल मौजूद रहा।

डिडौली के रामलीला मैदान में भगवान श्रीराम और रावण की सेना के बीच भयंकर युद्ध हुआ। भगवान श्रीराम ने अग्निबाण से लंकेश का वध किया तो पूरा रामलीला मैदान श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान हो गया। राम ने अपने अग्निबाण से रावण का दहन किया। जिसको देख दर्शक भावविभोर हो गए। दर्शकों ने मेले में चाट-पकौड़ी, जलेबी खाकर मेले का आनंद लिया। इस दौरान रामलीला समिति अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, चरन सिंह, महिपाल सिंह, सुनील कुमार वर्मा, रामप्रकाश वर्मा, ग्राम प्रधान जाहिद हुसैन, हाजी अब्दुल सत्तार, दानिश अली,अशरफ अली, डॉ. हरिओम शर्मा, बेगराम सिंह, शंकर सिंह, मुखराम सिंह, वीरपाल सिंह, के अलावा पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। उधर पतेई खालसा व जोया में भी रावण पुतला दहन किया गया। इस दौरान पतेई खालसा रामलीला समिति अध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह चौहान मलखान सिंह सैनी, योगेन्द्र गुप्ता,वीर सिंह कश्यप व मयंक कुमार ऊर्फ मोनू, सरदार परमजीत सिंह, चन्द्रभान सिंह तोमर, राजकुमार, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।

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