संत बोले, दुर्गा पूजा की मिलनी चाहिए अनुमति, मुख्यमंत्री से होगी इस मसले पर बात, Prayagraj news
स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी ने कहा कि भगवान श्रीराम ने रावण पर विजय पाने से पूर्व जगदंबा की पूजा की थी। दुर्गा पूजा की अनुमति देने पर हवन यज्ञ से कोरोना महामारी का नाश होगा। स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि दुर्गा पूजा रोकना धर्म व परंपरा के विरुद्ध है।
प्रयागराज, जेएनएन। शारदीय नवरात्र में पंडाल सजाकर मां दुर्गा की भव्य पूजा की परंपरा रही है लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इस बार अनुमति नहीं मिली। बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन की मंशा है कि दुर्गा पूजा की परंपरा रुकने न पाए। इसके मद्देनजर एसोसिएशन के सचिव पीके राय धर्मगुरुओं से संपर्क कर रहे हैं। हर धर्मगुरु दुर्गा पूजा का समर्थन कर रहे हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि मां दुर्गा पूजा परंपरा के अनुसार पूरा कराने के लिए वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता करके बीच का रास्ता निकलने वाले का प्रयास करेंगे।
पूजन, हवन से होगा कोरोना वायरस का नास
स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी ने कहा कि मां दुर्गा आदिशक्ति हैं। भगवान श्रीराम ने रावण पर विजय पाने से पूर्व आदिशक्ति जगदंबा की पूजा की थी। प्रदेश सरकार को दुर्गा पूजा आयोजन करने की अनुमति देने पर हवन, यज्ञ व आरती होने से कोरोना महामारी का नाश होगा। स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि दुर्गा पूजा रोकना धर्म व परंपरा के विरुद्ध है। प्रदेश सरकार को इस संबंध पर विचार करना चाहिए।
कुछ पाबंदियों के साथ मिले अनुमति
स्वामी प्रवीण मिश्र ने कहा कि दुर्गा पूजा रोकना अनुचित है। जयशिव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओंकारनाथ त्रिपाठी बोले, शक्ति स्वरूपा मां जगदंबा की आराधना नहीं रुकनी चाहिए। कुछ पाबंदियों के साथ पूजा की अनुमति दी जाए। देवेंद्र तिवारी, परशुराम ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष योगेंद्र पांडेय, अधिवक्ता विजयचंद्र श्रीवास्तव, सुनीता शर्मा ने भी मांग की। बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव पीके राय ने कहा कि शुक्रवार को दरभंगा दुर्गा पूजा मैदान में कमेटियों के पदाधिकारियों की बैठक में आगे की रणनीति बनाई जाएगी।