फीस न जमा करने पर आनलाइन क्लास से निकाला

कोरोना महामारी में आनलाइन कक्षाएं ही पढ़ाई का जरिया बन गई हैं। परिषदीय स्कूल हों या माध्यमिक सभी जगह आनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही हैं। निजी कान्वेंट स्कूल भी इसी तरह बच्चों को पढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें तमाम तरह की कठिनाई आ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 07:00 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 07:00 PM (IST)
फीस न जमा करने पर आनलाइन क्लास से निकाला
फीस न जमा करने पर आनलाइन क्लास से निकाला

जासं, प्रयागराज : कोरोना महामारी में आनलाइन कक्षाएं ही पढ़ाई का जरिया बन गई हैं। परिषदीय स्कूल हों या माध्यमिक, सभी जगह आनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही हैं। निजी कान्वेंट स्कूल भी इसी तरह बच्चों को पढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें तमाम तरह की कठिनाई आ रही है।

पढ़ाई के दौरान कभी नेटवर्क की दिक्कत तो कभी मोबाइल नहीं होने की परेशानी से बच्चे जूझ रहे हैं। इस मुश्किल दौर में कुछ स्कूल और परेशानी बढ़ा रहे हैं। जिन बच्चों की फीस जमा नहीं है या विलंब से जमा होती है उन्हें आनलाइन कक्षा में ब्लाक करने की भी शिकायतें मिल रही हैं। कुछ स्कूलों ने बच्चों का पिछला रिजल्ट तक रोक दिया है। अभी उन्हें नई कक्षाओं से जोड़ा भी नहीं गया है। अभिभावकों का दर्द

मेरा बेटा 12वीं में है, आनलाइन पढ़ाई हो रही है लेकिन बोर्ड परीक्षा का फार्म नहीं भराया। कक्षा में सिर्फ टीचर अपनी बात कहते हैं। फीस जमा नहीं होने पर मासिक परीक्षाओं में न बैठने देने की भी चेतावनी मिल रही है।

रेखा केसरवानी, नैनी। मेरी बेटी कक्षा एक में है। फीस तो हर महीने देने की छूट है लेकिन बच्चे यदि कुछ पूछना चाहते हैं तो वह नहीं हो पाता। बच्चे ठीक से समझ रहे या नहीं, उनके मन में कोई सवाल हो तो कैसे पूछे इसे लेकर कठिनाई होती है।

बीना राणा, टैगोरटाउन। मेरा बेटा कक्षा आठ में है। फीस बकाया होने पर वार्षिक रिजल्ट रोक दिया गया है। नई कक्षा की आनलाइन पढ़ाई से भी उसे अलग रखा गया है। कोरोना की वजह से काम ठप है। फीस जमा करना कठिन हो रहा है।

अर्चना सिंह गौतम, कीडगंज। मेरा बेटा कक्षा 10 में है। फीस जैसे ही पिछड़ती है स्कूल वाले आनलाइन कक्षाओं में ब्लाक कर देते हैं। कक्षाएं चलती भी हैं तो कभी नेटवर्क की समस्या तो कभी टीचर की व्यक्तिगत समस्या से कक्षाएं बाधित होती रहती हैं।

नीलम, मलाकराज। शासन का निर्देश है कि बच्चों को आनलाइन पढ़ाई से किसी भी सूरत में रोका न जाए। पढ़ाई चलती रहनी चाहिए। जो विद्यालय ऐसा कर रहे हैं गलत कर रहे। अभिभावक ऐसे विद्यालयों की सूचना जरूर दें, कार्रवाई की जाएगी।

आरएन विश्वकर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक।

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