प्रतापगढ़ में बीज कम मिलने से किसान परेशान, घटेगा उत्पादन तो फिर मंहगा होगा आलू

जनपद में साढ़े तीन हजार हेक्टेयर में आलू की खेती की जाती है। गत वर्ष जनपद में आलू का उत्पादन 87 हजार 500 मैट्रिक टन हुआ था। गत वर्ष 200 कुंतल आलू का बीज उद्यान विभाग को मिला था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 03:53 PM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 03:53 PM (IST)
प्रतापगढ़ में बीज कम मिलने से किसान परेशान, घटेगा उत्पादन तो फिर मंहगा होगा आलू
आलू का बीज कम मिलने पर किसानों में निराशा के साथ ही नाराजगी का भी भाव है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जनपद के उद्यान विभाग को इस बार डिमांड से काफी कम आलू का बीज मिला है। इससे किसान परेशान हैं। उन्हें बाजारों से महंगे दाम पर आलू का बीज लेना पड़ रहा है। उपलब्ध आलू के बीज का वितरण करने के लिए किसानों की भीड़ इस कदर बढ़ गई कि पीएसी बुलानी पड़ी। आलू का बीज कम मिलने पर किसानों में निराशा के साथ ही नाराजगी का भी भाव है।

तीन सौ की मांग और मिला महज 92 कुंतल बीज

जनपद में साढ़े तीन हजार हेक्टेयर में आलू की खेती की जाती है। गत वर्ष जनपद में आलू का उत्पादन 87 हजार 500 मैट्रिक टन हुआ था। गत वर्ष 200 कुंतल आलू का बीज उद्यान विभाग को मिला था। इस बार उद्यान विभाग ने 300 कुंतल आलू के बीज की डिमांड की थी, जिसमें 100 कुंतल बीज मिलने की स्वीकृति प्राप्त हुई। बाद में 100 कुंतल आलू का बीज अतिरिक्त आवंटित करने को डीएम ने स्वीकृत देते हुए डिमांड भेजी। इसके बावजूद जिले को सिर्फ 92 कुंतल ही आलू का बीज उद्यान विभाग को मिल सका। बीज मिलने पर किसान इसे लेने के लिए टूट पड़े। बीज वितरण के लिए पीएसी की मदद लेनी पड़ी।

बढ़ गया आलू के बीज का मूल्य

इस बार आलू के बीज का मूल्य भी बढ़ गया है। गत वर्ष आलू के बीज का मूल्य 1745 रुपये प्रति कुंतल था। इस  बार आलू के बीज का मूल्य 3150 रुपये प्रति कुंतल कर दिया गया है। इसके बावजूद आलू के बीज की डिमांड कम नहीं हुई। जिला उद्यान अधिकारी अनिल कुमार दुबे का कहना है कि इस बार आलू का बीज डिमांड से काफी कम मिला। सिर्फ 92 कुंतल आलू का बीज मिला था। जबकि 100 कुंतल की डिमांड पहले की गई थी और बाद में डीएम डॉ. रूपेश कुमार ने 100 कुंतल अतिरिक्त आलू के बीज की स्वीकृति दी थी।

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