Coronavirus effect : बढ़ सकता है कोल्डड्रिंक, सिगरेट और गुटखा पर सेस Prayagraj News
Coronavirus effect अभी कोल्डड्रिंक सिगरेट गुटखा कारबोनेटेड वॉटर आदि पर सेस 12 फीसद तक है। इसमें 25 प्रतिशत तक वृद्धि की उम्मीद है।
प्रयागराज,जेएनएन। राज्यों को करों के रूप में राजस्व की क्षतिपूर्ति की भरपाई के लिए कोल्डड्रिंक, सिगरेट, गुटखा (पान मसाला), कारबोनेटेड वॉटर पर सेस (उपकर) बढ़ाए जाने के आसार है। वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) काउंसिल की आगामी बैठक में इन पर 25 फीसद तक सेस वृद्धि हो सकती है।
कारोबार 30 से 40 फीसद पर रह गया
जीएसटी लागू होने पर निर्णय हुआ था कि राज्यों को पांच साल तक करों की क्षतिपूर्ति की भरपाई केंद्र सरकार करेगी। कोरोना के चलते लॉकडाउन के कारण दो महीने तक कारोबार पूरी तरह ठप रहा। उद्योग धंधे भी बंद रहे। अनलॉक में चरणबद्ध तरीके से उद्योग और बाजार खुले भी तो कारोबार पहले की तुलना में करीब 30 से 40 फीसद रह गया है।
जीएसटी कम जमा होने से राज्यों को नुकसान
अब मार्च से भी कम जीएसटी जमा हो रहा है, इससे राज्यों को नुकसान हो रहा है। लिहाजा, सरकार अब कर का बोझ आम जनता पर डालने की तैयारी में है। अभी कोल्डड्रिंक, सिगरेट, गुटखा, कारबोनेटेड वॉटर आदि पर सेस 12 फीसद तक है। इसमें 25 प्रतिशत तक वृद्धि की उम्मीद है। इससे सेस (कर अथवा लेवी से इतर उपकर) बढ़कर 15 प्रतिशत तक हो जाएगा। फिलहाल इन पर जीएसटी 28 फीसद है। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल का कहना है कि पांच साल तक राज्यों को करों के नुकसान की भरपाई का भरोसा केंद्र सरकार ने दिया है। ऐसे में नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए कोल्डड्रिंक, सिगरेट, पान मसाला आदि पर सेस बढ़ाए जाने के संकेत हैैं। सोने, हीरे, जवाहरात पर ई-वे-बिल लगा तो इसकी कीमतों पर भी असर पड़ेगा।
सोने, हीरे, जवाहरात पर लगेगा ई-वे बिल:
केरल सरकार ने सीमा पर कर चोरी रोकने के लिए जीएसटी काउंसिल को सोने, चांदी, हीरे, जवाहरात पर ई-वे बिल लगाने का सुझाव दिया है। काउंसिल की बैठक में इस पर भी निर्णय हो सकता है।