अलीगढ़ में दिसंबर से शुरू होंगी आइसीसीसी की सभी सेवाएं, शहरवासियों को होगा फायदा, जानिए विस्‍तार से

शहर में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) की सभी सेवाएं दिसंबर के पहले हफ्ते से शुरू हो जाएंगी। आइसीसीसी मिलने वाली सभी सुविधाओं को लेकर एफकॉन इंडिया का परीक्षण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। कुछ खामियां रह गई हैं जिन्हें दूर किया जा रहा है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 04:10 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 04:10 PM (IST)
अलीगढ़ में दिसंबर से शुरू होंगी आइसीसीसी की सभी सेवाएं, शहरवासियों को होगा फायदा, जानिए विस्‍तार से
विधाओं को लेकर एफकॉन इंडिया का परीक्षण कार्य लगभग पूरा हो चुका है।

 अलीगढ़, जेएनएन। शहर में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) की सभी सेवाएं दिसंबर के पहले हफ्ते से शुरू हो जाएंगी। आइसीसीसी मिलने वाली सभी सुविधाओं को लेकर एफकॉन इंडिया का परीक्षण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। कुछ खामियां रह गई हैं, जिन्हें दूर किया जा रहा है। मंगलवार को नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने आइसीसीसी में अायोजित समीक्षा बैठक में कंपनी प्रतिनिधियों को समय से काम पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही सेवा भवन और जवाहर भवन की इमारत के जीर्णोद्धार के लिए प्रस्ताव तैयार करने काे कहा है।

नगर आयुक्‍त ने की बैठक

नगर निगम के सेवा भवन से संचालित आइसीसीसी के जरिए शहर में स्मार्ट सर्विलांस सिस्टम, वीडियो मैसेजिंग बोर्ड, ई-चालान, ड्रोन से शहर की निगरानी, इमरजेंसी कॉल बॉक्स, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, ट्रैफिक मैनेजमेंट, एनवायरमेंट सेंसर, ग्रीन कॉरिडोर, निगम की पत्रावलियों का डिजिटलाइजेशन, जीआइएस मैपिंग आदि सुविधाएं देने की योजना है। नगर आयुक्त ने आइसीसीसी का संचालन कर रही एफकॉन इंडिया कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञ राेहित सहगल से प्रोजेक्ट की जानकारी लेकर कार्य प्रगति के बारे में पूछा। तकनीकी विशेषज्ञ ने बताया कि परीक्षण का कार्य अंतिम चरण में है। दिसंबर के पहले सप्ताह में आइसीसीसी की सभी सेवाएं जमीनी रूप से कार्यशील होंगी। कंपनी द्वारा अगले पांच साल तक इनकी देखरेख की जाएगी। 

शहरवासियों को होगा लाभ

नगर आयुक्त ने कहा कि आइसीसीसी की आधुनिक सेवाओं से शहरवासियाें को काफी लाभ मिलेगा। वहीं, पुलिस को भी काफी सुविधा मिलेगी। ट्रैफिक मैनजमेंट के लिए पुलिस की एक टीम आइसीसीसी में मौजूद रहेगी, जिससे शहर के सभी तिराहे, चौराहे व मुख्य मार्गों पर निगरानी रखी जा सके। नगर आयुक्त ने खाली प्लॉट, एडीए व नगर निगम की संपत्ति का जीआइएस सर्वे कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट तभी कारगर होगा, जब परियोजनाएं जमीन पर दिखाई देंगी। नगर निगम के सेवा भवन व ऐतिहासिक इमारत जवाहर भवन भी स्मार्ट बनाया जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। 

बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक में सहायक नगर आयुक्त राजबहादुर सिंह, मुख्य अभियंता कुलभूषण वार्ष्णेय, मुख्य नगर लेखा परीक्षक जंग बहादुर यादव, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय कुमार राय, कर निर्धारण अधिकारी आरपी सिंह, कर  अधीक्षक राजेश कुमार, मीडिया सहायक अहसान रब, स्मार्ट सिटी विशेषज्ञ ऋषि गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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