Train Accident: कौन थे ट्रेन से कटकर मरने वाले 16 यात्री?, पांच माह बाद भी श‍िनाख्‍त नहीं, स्वजन कर रहे इंतजार

Indian Railways जीआरपी के अधिकारी भले ही आधुनिक होने का दावा करें लेकिन हालात उलट हैं। ट्रेनों से कटकर मरने वालों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। पिछले पांच माह के अंदर 17 ट्रेन यात्रियों की ट्रेन से कटकर मृत्यु हो चुकी है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Fri, 26 May 2023 10:15 AM (IST) Updated:Fri, 26 May 2023 10:52 AM (IST)
Train Accident: कौन थे ट्रेन से कटकर मरने वाले 16 यात्री?, पांच माह बाद भी श‍िनाख्‍त नहीं, स्वजन कर रहे इंतजार
कौन थे ट्रेन से कटकर मरने वाले 16 यात्री?, पांच माह बाद भी श‍िनाख्‍त नहीं, स्वजन कर रहे इंतजार

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। भारतीय रेलवे से सफर करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रेल से हर दिन लाखों यात्री यात्रा कर रहे हैं। जहां एक ओर यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ रही है, तो वहीं ट्रेन से कटकर मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।

जीआरपी के अधिकारी भले ही आधुनिक होने का दावा करें, लेकिन हालात उलट हैं। ट्रेनों से कटकर मरने वालों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। पिछले पांच माह के अंदर 17 ट्रेन यात्रियों की ट्रेन से कटकर मृत्यु हो चुकी है। इनमें सिर्फ एक ही यात्री की शिनाख्त हो पाई है। 16 अज्ञात यात्रियों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। इन यात्रियों के घर में स्वजन आज भी इंतजार कर रहे हैं।

ट्रेनों से गिरकर या कटकर मरने वाले यात्रियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। इस पर अंकुश लगाने के लिए राजकीय रेलवे पुलिस ( जीआरपी) के अधिकारी व कर्मचारियों को समय-समय प्रशिक्षण दिया जाता है। ट्रेनों में होने वाले अपराधों पर नियंत्रण लगाने के लिए विशेष बैठकें भी होती हैं। थाना जीआरपी अलीगढ़ का कार्य क्षेत्र कानपुर की ओर जलेसर रोड से शुरू होकर हाथरस जंक्शन, सासनी, अलीगढ़, खुर्जा, दनकौर,दादरी समेत मारीपत रेलवे स्टेशन तक है। इसी बीच ट्रेन में कोई अपराध होता है तो वह थाना जीआरपी अलीगढ़ के अंतर्गत आता है।

17 यात्रियों की हुई मौत, 16 की शिनाख्त बाकी

एक जनवरी 2023 से 25 मई तक जलेसर रोड से लेकर मारीपत स्टेशन के बीच में 17 यात्रियों की ट्रेन से कटकर मृत्यु हो चुकी है। इनमें सिर्फ एक बिहार के रहने वाले यात्री की ही जीआरपी शिनाख्त कर पाई है। 16 यात्रियों की शिनाख्त होना बाकी है। अहम बात यह है कि इन यात्रियों को यात्रा के दौरान लूट के बाद धक्का दिया गया या अपनी गलती से ट्रेन से गिरे। इसकी जांच तक नहीं हो पाई है।

स्वजन कर रहे हैं इंतजार

ट्रेन से कटकर 16 यात्रियों की संख्या जीआरपी ने भले ही रजिस्टर में अंकित कर इतिश्री कर ली हो, मगर इन यात्रियों के स्वजन रोजाना घर पर इंतजार कर रहे हैं। घर से निकलने के बाद अभी तक क्यों वापस नहीं लौटे ?, कहां गए ?, क्या उनके साथ कोई हादसा हुआ ? वे रोजाना जरूर सोचते होंगे।

जांच में जुटी है जीआरपी

जीआरपी अलीगढ़ के इंस्पेक्टर सुबोध यादव ने कहा कि ट्रेन से कटकर हुई अज्ञात यात्रियों की शिनाख्त करने के लिए जीआरपी प्रयासरत है। संबंधित चौकी प्रभारी भी पहचान करने में लगे हुए हैं। स्थानीय पुलिस व कंट्रोल के अधिकारियों को भी सूचना दे दी गई है। अज्ञात यात्रियों के चेहरे, कपड़े आदि के बारे में पुलिस पम्पलेट आदि बंटवा चुकी है। थाने में यदि कोई पूछताछ के लिए आता है तो उसे रजिस्टर में चस्पा फोटो दिखाए जाते हैं। उनका पूरा सहयोग किया जाता है।

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