Jagran Safe Traffic week : कोहरे से रहें सावधान, हादसे में जा सकती है जान Aligarh News
सर्द मौसम के साथ कोहरे व धुंध में वाहन चलाना बेहद जोखिम भरा होता है । ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही जीवन पर भारी पड़ सकती है। सुरक्षित सफर के लिए यातायात नियमों का पालन करने के साथ ही सावधानी बेहद जरूरी है।
अलीगढ़, रिंकू शर्मा। सर्द मौसम के साथ कोहरे व धुंध में वाहन चलाना बेहद जोखिम भरा होता है । ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही जीवन पर भारी पड़ सकती है। सुरक्षित सफर के लिए यातायात नियमों का पालन करने के साथ ही सावधानी बेहद जरूरी है। इससे होने वाले सड़क हादसों को काफी हद तक रोका जा सकता है। खासकर कोहरे के समय शहर व हाईवे पर वाहन चालकों को सतर्कता बरतनी चाहिए । हर साल देश की सड़कें लाखों बेशकीमती मानव संसाधनों को निगल रही हैं। आलम यह है कि प्रमुख बीमारियों व अन्य घटनाओं में मरने वालों का आंकड़ा भी यहां तक नहीं पहुंच रहा है जितनी संख्या पिछले तीन साल में सड़क हादसों में मरने वालों की है । किसी सड़क दुर्घटना में मारे गए किसी व्यक्ति के बाद उस पर आश्रित पूरा एक परिवार सालों पीछे चला जाता है । हताहतों के साथ तो मानो दुश्वारियों का पहाड़ ही टूट पड़ता है ।
-----------------
सावधानी हटने से होते हैं हादसे
अक्सर कोहरे में होने वाले हादसों के दौरान देखने को मिलता है कि सड़क पर बिना किसी इंडीकेटर व सुरक्षा के ही सरियों से लदे ट्रक, खाद्यान्न लेकर बिना हेड लाइट के टॉर्च की मदद से दौड़ते ट्रैक्टर ही हादसों का कारण बनते हैं । ट्रकों, बसों आदि बड़े वाहनों को सड़क किनारे खड़ा करते समय और सतर्कता होनी चाहिए । मनमाने और बेतरतीब वाहनों को खड़ा कर देने पर घने कोहरे में यह दिखाई नहीं देते और बड़े हादसों के कारण माने जाते हैं । नशा कर वाहन चलाना भी हादसों के लिए कम जिम्मेदार नहीं है।
--------------
ओवरटेक न करें वाहन
सड़क पर वाहन चलाते में रेस न लगाएं । यह जरूरी नहीं कि कोई आपसे आगे निकल गया तो आप भी उससे आगे निकलें और यातायात के नियमों को तोड़े। अगर आप यातायात के नियम का पालन करते हुए गाड़ी चलाते हैं तो यह आपके साथ-साथ दूसरों के लिए भी अच्छा होगा ।
----------------
अवैध कटों पर लगें संकेतक
हाइवे के रास्ते रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं । ऐसे में होने वाले हादसाें को रोकने के लिए अवैध कटों पर संकेतक या बोर्ड लगाए जाने चाहिए, ताकि सड़क हादसों का ग्राफ कम हो सके।
--------
गरीबी बढ़ाने का कारण हैं हादसे
सड़क सुरक्षा के लिए काम करने वाले वैज्ञानिक मदन मोहन शर्मा का कहना है कि देश में सड़क हादसों से दो लाख से अधिक मौत होती है 20 लाख लोग घायल व दिव्यांग हो जाते हैं। इन हादसों के चलते देश को 3.98 करोड़ के राजस्व का सालाना नुकसान होता है। रोड एक्सीडेंट से होने वाली बर्बादी देश के लिए बेहद घातक है और हादसे गरीबी बढ़ाने का काम कर रहे हैं, क्योंकि जितने लोग सरकारी योजनाओं से लाभांवित नहीं होते हैं उससे कहीं अधिक इन सड़क हादसों के चलते बर्बाद हो रहे हैं।
हादसों की रोकथाम के लिए संबंधित को आवश्यक कदम उठाने चाहिए, अन्यथा हादसों का लगातार ग्राफ बढ़ता ही रहेगा।
- रवि चौहान, पंचशील कॉलोनी
अधिकांश हादसों के लिए यातायात नियमों का पालन न करना भी है, जल्दबाजी भी सड़क हादसों का प्रमुख कारण हैं।
- संतोष भारद्वाज, सर्वोदय नगर
सड़क के बीच बने अवैध कटों से परेशानी तो होती है बल्कि हादसे भी बढ़ते हैं। बेहतर होगा इन कटों को बंद कर दिया जाए।
- स्नेहलता शर्मा, विक्रम कॉलोनी
-----
हाइवे पर सड़क हादसों के लिए जितने जिम्मेदार वाहन चालक हैं, उतने ही जिम्मेदार सड़क का निर्माण करने वाले अफसर भी हैं।
- देव शर्मा, सिंहपुर, पालीमुकीमपुर
----------
यह बरतें सावधानी
कोहरे में सड़क किनारे सफेद पट्टी देखकर चलें। इंडीकेटर ऑन रखते हुए हार्न का प्रयोग करते रहें । वाहन में फॉग लैंप लगवाएं ।
- फोर व्हीलर में सीट बेल्ट बांधे, बाइक चलाते समय हेलमेट पहने। ज्यादा जरूरी न हो तो रात में वाहन चलाने से परहेज करें।
- रात में वाहन चलाते में सावधानी बरतें, सामने व पीछे से आ रहे वाहनों से निश्चित दूरी बनाए रखें ।
- सड़क पार करते समय दोनों ओर को देखकर पार करें । हड़बड़ी में दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं ।
- सड़क पर अचानक ब्रेकर आने पर सावधानी बरतें। दुर्घटना बहुल क्षेत्रों में वाहन की स्पीड नियंत्रित रखें ।
- सड़क किनारे खड़े होकर वाहन का इंतजार करने पर पर्याप्त दूरी बनाए रखें। तेज रफ्तार वाहनों को रोकने की कोशिश न करें।
- वाहनों पर लाइट रिफलेक्टर लगाएं। रात में वाहन चलाते समय अपर-डिपर का प्रयोग करें। अचानक ब्रेक लेने से बचें ।
---------------
ये हैं जिले के ब्लैक स्पॉट
क्रम संख्या, ब्लैक स्पॉट, हादसे, मौत, घायल
01-अबंतीबाई चौराहा अतरौली, 09, 07, 19
02- बरौठा नहर, हरदुआगंज, 10, 08,16
03- गंगीरी, 06, 04, 12
04- गोपी, अकराबाद, 04, 05, 06
05- पनैठी, 10, 04, 11
06- नानऊ, 05, 05, 07
07- खेरेश्वर -लोधा, 14, 07, 26
08- लोधा, 11, 08, 04
09- चूहरपुर गभाना, 08, 04, 05
10- बरौली मोड़, 09, 07, 18
11- मुकंदपुर- मडराक,07, 06, 03
12- पीतल फैक्ट्री- मडराक, 06, 04, 21
13- यमुना एक्सप्रेस वे 08, 06, 10
( आंकड़े = एक दिसंबर 2019 से 15 नवंबर 2020 तक : स्रोत परिवहन विभाग )
-------
पांच साल में सड़क हादसों का विवरण
वर्ष, हादसे, मृतक, घायल, बिना हेलमेट, चार पहिया
2016, 790, 438, 639, 231, 219
2017, 882, 580, 392, 419, 281
2018, 507, 417, 298, 301, 206
2019, 489, 391, 198, 193, 98
2020, 327, 232, 233, 169, 63
( आंकड़े : एक जनवरी से 20 नवंबर 2020 तक, स्रोत ट्रैफिक पुलिस )