बूढ़ी आंखों में फिर लौटी उम्मीद की किरण, आधी सजा काट चुके कैदियों की रिहाई का फरमान

गुनाहों की आधी सजा काटकर बूढ़े हो चले कैदियों की आंखें रिहाई की उम्मीद से चमक उठी हैं। जो किया, उसका पश्चाताप तो है।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Publish:Fri, 28 Sep 2018 01:21 PM (IST) Updated:Fri, 28 Sep 2018 01:21 PM (IST)
बूढ़ी आंखों में फिर लौटी उम्मीद की किरण,  आधी सजा काट चुके कैदियों की रिहाई का फरमान
बूढ़ी आंखों में फिर लौटी उम्मीद की किरण, आधी सजा काट चुके कैदियों की रिहाई का फरमान

अलीगढ़ (जेएनएन)।  गुनाहों की आधी सजा काटकर बूढ़े हो चले कैदियों की आंखें रिहाई की उम्मीद से चमक उठी हैं। जो किया, उसका पश्चाताप तो है, आगे का जीवन सद्कर्म और शांति के साथ बीते, बस इसी आशा के साथ उम्रदराज कैदी गांधी जयंती की प्रतिक्षा कर रहे हैं। इन्हें मालूम है कि उन्हें छोड़ा जाना है, इसके लिए वे प्रार्थना कर रहे हैं कि उनसे ऐसा कोई गुनाह न हो कि सलाखों के पीछे फिर जाना पड़े। जेल आए नए बंदियों को भी ये लोग यही सलाह दे रहे हैं कि 'सलाखोंÓ के बेहतर घर की चार दीवारी है। यहां परेशानियां भले ही हों, मगर माथे पर कोई कलंक तो नहीं है।

दो अक्टूबर को होनी है रिहाई

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देशभर की जेलों से रिहा किए जा रहे कैदियों में 14 अलीगढ़ से भी आजाद होंगे। आधी सजा काट चुके इन कैदियों में उत्साह और उमंग की लहर दौड़ पड़ी है। खासकर उन उम्रदराज कैदियों में, जो आधा जीवन सलाखों के पीछे बिता चुके हैं। ऐसा ही एक दंपती हाथरस में कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला महारी का है।

इन्हें भी है आस

थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के नगला महारी निवासी मुलायम सिंह (69) पुत्र भरत सिंह (सेवानिवृत्त पुलिस कांस्टेबल) के बड़े बेटे रवि कुमार की शादी शशिप्रभा पुत्री प्रेमपाल निवासी गूदरगंज निधौली कलां (एटा) से 28 नवंबर- 08 को हुई थी। शादी के छह महीने बाद 25 मई- 09 को पत्नी का शव फंदे पर लटका मिला। मामले में प्रेमपाल ने धारा 498ए व 4 डीपी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया, जिसमें पति रवि, ससुर मुलायम सिंह, सास ओमवती, देवर रवनेश व ननद प्रवेश नामजद हुईं। एडीजे कोर्ट ने मुलायम सिंह, ओमवती (65) को तीन वर्ष की कैद और छह हजार रुपये जुर्माने की सजा सुना दी। छह जनवरी- 18 से दोनों जेल में हैं। जबकि, अन्य आरोपित बरी हो गए। रिहाई के निर्धारित मानक पर खरे उतर रहे इस दंपती की रिहाई तय मानी जा रही है।

परिवार में खुशी की लहर

परिजनों को इस बात की भनक तक नहीं थी कि उनके बुजुर्गों की रिहाई होने जा रही है। दैनिक जागरण से यह खबर पाकर परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। मुलायम सिंह का बड़ा बेटा परिवार के साथ गांव में ही रह रहा है। उसकी दूसरी शादी हो चुकी है। तीन बच्चे भी हैं, इनमें दो पुत्री व एक पुत्र है। छोटा बेटा रवनेश अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहता है। वहीं प्राइवेट नौकरी करता है।

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