Graduate MLC Election : हवा में उड़ गए भाजपा नेताओं के दावे, रणनीति भी नहीं आई काम Aligarh news

स्नातक एमएलसी चुनाव में भाजपा नेता चाहे कितने बड़े दावे करें मगर मतदान की स्थिति ने सारे प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी। पूरा संगठन लगा रहा मगर 47 हजार वोटों में 19630 वोट ही पड़े। इसमें ही स्नातक के सारे प्रत्याशी हैें।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:31 AM (IST)
Graduate MLC Election : हवा में उड़ गए भाजपा नेताओं के दावे, रणनीति भी नहीं आई काम Aligarh news
नौरंगाबाद में भाजपा के एक बूथ केंद्र पर अपना वोट देखते मतदाता।

अलीगढ़, जेएनएन : स्नातक एमएलसी चुनाव में भाजपा नेता चाहे कितने बड़े दावे करें, मगर मतदान की स्थिति ने सारे प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी। पूरा संगठन लगा रहा, मगर 47 हजार वोटों में 19630 वोट ही पड़े। इसमें ही स्नातक के सारे प्रत्याशी हैें। सारी कसरत और कवायद के बाद भी वोटिंग फीसद नहीं बढ़ा सकें। चुनाव में लगे भाजपाई सिर्फ यह कहते रहे कि उन्हें मामला संज्ञान में आ गया है, इसलिए एक-एक मतदाता उनके संपर्क में है। सभी को मतदान केंद्रों तक ले जाएंगे। फिर सवाल उठता है कि आखिर वोटिंग क्यों कम हुई? मतदाता क्यों मतदान के लिए भटकता रहा?

 मतदाताओं के लिए थी पूरी व्‍यवस्‍था

दैनिक जागरण ने वोट इधर से उधर होने की खबर पहले ही प्रकाशित की थी। भाजपा नेताओं से जब इस विषय पर बात की गई तो उन्होंने दावा किया कि प्रत्येक मतदाता उनकी पकड़ में है। बूथ तक के कार्यकर्ता को लगाया गया है, वह मतदाताओं से सीधे संपर्क में है। कुछ नेताओं ने तो यहां तक कह दिया था कि वोट इधर से उधर हुए हैं, उसकी भी जानकारी है। इसलिए मतदाताओं को मतदान केंद्र तक ले जाने की व्यवस्था की गई है। जिससे उन्हें कोई दिक्कत ना हो। चुनाव में बूथ, सेक्टर, मंडल और जिले की पूरी टीम लगाई गई थी। प्रदेश और क्षेत्र के पदाधिकारी प्रभारी बनकर आए हुए थे। जिला और महानगर के प्रभारी, सह प्रभारी भी बनाए गए थे। स्नातक और शिक्षक दोनों में अलग-अलग प्रभारी थे। इसके बाद विधानसभा क्षेत्र के भी अगल-अलग प्रभारी थे। सवाल उठता है कि इतना बड़ा लाव-लश्कर होने के बाद भी जमीनी पकड़ नहीं दिखी। भाजपा के बड़े नेता दावा करते रहे कि भले ही मतदान केंद्र बदल जाए, मगर मतदाताओं से इतनी बार संपर्क कर लिया गया है कि वह स्वप्रेरणा से मतदान केंद्र जरूर पहुंचेगा।

 अपील भी नहीं आई काम

 भाजपा नेताओं ने चुनाव से दो दिन पहले फेसबुक, वाट्सएप पर वीडियो जारी करके मतदाताओं से मतदान की अपील की। जिले के प्रत्येक जनप्रतिनिधि ने मतदाताओं से अपील की। कहा, चुनाव के दिन मतदान जरूर करें। मगर, वो भी काम नहीं आई। इससे पहले गांव से लेकर शहर तक भाजपा नेताओं ने जनसंपर्क की फोटो फेसबुक और वाट्सएप पर डालकर पाट दिया था। मगर, इस सब की कसरत का भी असर कहीं नहीं दिखा।

 समीक्षा में भी दिखी चिंता की लकीरें

 मतदान के बाद स्नातक की सर्किट हाउस और शिक्षक की स्वर्णजयंती नगर स्थित कार्यालय पर समीक्षा हुई। चर्चा है कि सर्किट हाउस में भाजपा नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें दिखीं। वहीं, क्षेत्र से लेकर प्रदेश तक के पदाधिकारी मतदान फीसद कम होने के कारणों के बारे में जानकारी कर रहे थे।

 -भाजपा ने बेहतरीन रणनीति का किया था दावा

 -प्रदेश से लेकर बूथ तक की टीम लगा दी गई थी, मगर वोटिंग फीसद तक नहीं बढ़ा सकें  

 -सोशल मीडिया पर सिर्फ करते रहे अपील

 -भाजपा जनप्रतिनिधियों ने वीडियो जारी करके मतदाताओं से की थी अपील

 -हाई प्रोफाइल बनाया चुनाव, पर जमीनी पकड़ नहीं दिखी

 - बूथ, सेक्टर, मंडल, जिले और 19 हजार वोट पड़े

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