विवाह के शुभ मुहूर्त खत्‍म, नए साल में मकर संक्राति से शुरू होंगे विवाह, निंदनीय विवाह से बचना जरूरी Hathras News

अब वर्ष 2020 में ही विवाह का शुभ मुहूर्त मिलेगा। इसके लिए करीब एक माह का इंतजार करने के बाद वैवाहिक कार्यक्रमों की शुरुआत 15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन से होगी।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Sun, 15 Dec 2019 10:43 AM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 08:58 AM (IST)
विवाह के शुभ मुहूर्त खत्‍म, नए साल में मकर संक्राति से शुरू होंगे विवाह, निंदनीय विवाह से बचना जरूरी Hathras News
विवाह के शुभ मुहूर्त खत्‍म, नए साल में मकर संक्राति से शुरू होंगे विवाह, निंदनीय विवाह से बचना जरूरी Hathras News

हाथरस [जेएनएन]। अब वर्ष 2020 में ही विवाह का शुभ मुहूर्त मिलेगा। इसके लिए करीब एक माह का इंतजार करने के बाद वैवाहिक कार्यक्रमों की शुरुआत 15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन से होगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 12 दिसंबर तक ही थे।

12 दिसंबर को था अंतिम शुभ मुहूर्त

हिंदू धर्म में वैवाहिक कार्यक्रमों को संस्कार माना जाता है। इसके लिए बाकायदा शुभ मुहूर्त देखकर ही इस वैवाहिक को रस्म को निभाते हैं। इस बार 12 दिसंबर को अंतिम शुभ मुहूर्त था। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार अन्य तिथियों में बनने वाले विवाह को पूजा आदि करते हुए भी संपन्न करा सकते हैं। धर्माचार्यों की मानें तो हिंदू धर्म में विवाह शुभ, पूजा व निंदनीय तीन परिस्थितियों में संपन्न होते हैैं। शुभ मुहूर्त में किए गए विवाह को बेहतर माना जाता है। कुछ विवाह ऐसी परिस्थितियों में होते हैं जो पत्रा में बनते ही नहीं है। या यूं कहें कि इनके लिए शुभ मुहूर्त नहीं निकलता। विवाह की तिथि निकलने पर ऐसे विवाह सिर्फ पूजा की रस्म निभाते हुए किए जा सकते हैं। ङ्क्षनदनीय की श्रेणी में ऐसे विवाह आते हैं जिनके ग्रह विपरीत हों। यह शुभ व पूजा की श्रेणी से भी बाहर होते हैैं। ऐसे विवाह को ङ्क्षनदनीय विवाह कहते हैं। धार्मिक विद्वानों ने इस तरह के विवाह से बचने को कहा है।

निंदनीय विवाह से बचना जरूरी

पुरोहित पंडित विश्वनाथ का कहना है कि विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 12 दिसंबर तक था। अब नए साल में 15 जनवरी को मकर संक्रांति से शुरू हो जाएंगे। शुभ मुहूर्त के अलावा विवाह पूजा करके भी निर्धारित तिथि को किए जा सकते हैं। निंदनीय विवाह से सभी को बचना चाहिए।

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