सूबे में 353 डॉक्टरों की नियुक्ति, जिले को मिले पांच ही

जागरण संवाददाता, अलीगढ़: जिले के तमाम सरकारी अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं, मगर सरक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Apr 2018 09:00 PM (IST) Updated:Tue, 17 Apr 2018 09:00 PM (IST)
सूबे में 353 डॉक्टरों की नियुक्ति, 
जिले को मिले पांच ही
सूबे में 353 डॉक्टरों की नियुक्ति, जिले को मिले पांच ही

जागरण संवाददाता, अलीगढ़: जिले के तमाम सरकारी अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं, मगर सरकार का वह मानक नहीं पता, जिसके आधार पर नए डॉक्टरों की नियुक्तियां की जा रही हैं। मार्च व अप्रैल में 353 नए डॉक्टर रखे गए, मगर जिले को मात्र पांच चिकित्सक ही मिल पाए, उनमें भी दो संविदा के हैं। जबकि यहां पर स्थायी डॉक्टरों के ही 100 से अधिक पद रिक्त पड़े हैं।

ये है सूरतेहाल: जिले की बात करें तो स्वीकृत 172 स्थायी पदों के सापेक्ष 47 ही डॉक्टर हैं। जिला अस्पताल में 28 के सापेक्ष 17 व महिला अस्पताल में 13 के सापेक्ष चार ही डॉक्टर हैं। 35 सीएचसी पर किसी तरह एक-एक एलोपैथी चिकित्सक की नियुक्ति कर काम चलाया जा रहा है। मरीजों को न ओपीडी में विशेषज्ञ मिलते हैं और न इमरजेंसी में। कोढ़ में खाज की स्थिति ये है कि जिला अस्पताल में तो मौजूदा डॉक्टर ही ओपीडी में नियमित मरीज नहीं देखते है। हर कक्ष में इंटर्न ही इलाज करते नजर आएंगे, जबकि डॉक्टर की गैर मौजूदगी में इंटर्न मरीजों को कोई सलाह या दवा नहीं दे सकता।

नहीं मिल रहे डॉक्टर: जिले के सरकारी अस्पतालों को जिस अनुपात में एमबीबीएस व विशेषज्ञ चाहिएं, वह नहीं मिल रहे। 26 मार्च को लोक सेवा आयोग से क्रमश: 97, 71, 37 व 20 एमबीबीएस चिकित्सकों की नियुक्ति हुई। इसमें जिले को तीन चिकित्सक मिले। 12 अप्रैल को संविदा के 128 डॉक्टरों की नियुक्ति हुई, जिसमें से दो ही जिले के हिस्से में आए। ज्यादातर चिकित्सकों की नियुक्तियां जौनपुर, गोरखपुर, मिर्जापुर, बलिया जैसे पूर्वी जनपदों में हुईं। ..

रिक्त पदों के सापेक्ष पर्याप्त चिकित्सक नहीं मिल पा रहे, मगर जल्द ही तीन विशेषज्ञ मिलने की उम्मीद है। इससे काफी सुधार होगा।

- डॉ. एमएल अग्रवाल, सीएमओ

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