Family Counseling: Corona से दंपतियों की काउंसिलिंग भी हुई लॉक, दी जा रही अब ये सलाह
Family Counseling दंपतियों की तीन महीने से नहीं हो रही है कांउसिलिंग। पति-पत्नी विवाद के हर महीने आते हैं दो दर्जन से ज्यादा मामले।
आगरा, जागरण संवाददाता। पति- पत्नी विवाद के महिला थाने में हर महीने दो दर्जन से ज्यादा मामले आते हैं। करीब इतने ही मामले महिला शिकायत प्रकोष्ठ में आते हैं। दंपतियों के बीच विवाद सुलझाने के लिए इन मामलों को परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलर के पास भेजा जाता है। वहां काउंसिलिंग करके उनके बीच की गलतफहमी और विवाद को सुलझाने का प्रयास किया जाता है। ज्यादातर मामलों में दंपतियों के बीच राजीनामा हो जाता है।मगर,कोरोना वायरस ने दंपतियों की काउंसिलिंग को लॉक कर दिया है। इसके चलते 100 से ज्यादा दंपतियों की कांउसिलिंग के मामले लंबित हैं।
हालांकि थाने पर पति-पत्नी के मामूली विवादों को पुलिस उनसे बातचीत करके और समझाकर सुलझा देती है। मगर,कई मामले ऐसे होते हैं जिनमें काउंसिलिंग की जरूरत होती है। जिससे कि दंपतियों के बीच की गलतफहमी को उनके दिमाग से दूर किया जा सके। इसके बिना दंपतियों के बीच सुलह होने नामुमिकन होती है।
केस एक:
शाहगंज क्षेत्र निवासी युवक द्वारा मोबाइल पर घंटों बात करने से पत्नी को शक हो गया।इसे लेकर दंपती के बीच विवाद हो गया। मामला पुलिस तक पहुंच गया। पत्नी ने पति के किसी और महिला से संबंध होने का आरोप लगाया।थाने में शिकायत करने के बाद मायके चली गयी।दंपती की काउंसिलिंग करके विवाद को सुलझाना था।मगर,परिवार परामर्श केंद्र और थानों पर कांउसिंलिंग बंद होने के चलते विवाद नहीं सुलझ सका।
केस दो:
जगदीशपुरा क्षेत्र निवासी पति द्वारा नशे में आए दिन पत्नी से मारपीट की जाती थी।पत्नी कई बार मायके चली गयी, लेकिन पति उसे मनाकर ले आया।दो महीने पहले पत्नी को एक बार फिर बुरी तरह से पीटा तो उसने महिला थाने मे शिकायत कर दी। ससुराल वालों से कहा कि पति भविष्य में दोबारा मारपीट नहीं करने की लिखकर देगा तभी लौटेगी।काउंसिलिंग नहीं होने के चलते मामला लंबित है।
फोन पर दूर कराई गलतफहमी
तीन महीने के दौरान करीब दो दर्जन मामले ऐसे भी आए, जिनमें शिकायत लेकर आने वाले पति-पत्नी को दो सप्ताह बाद की तारीख दी गयी। दंपती को कोरोना वायरस के संक्रमण का हवाला दिया गया। दंपती से कहा गया कि वह दोनों फोन पर संपर्क में रहें। एक दूसरे से बात बातचीत करके अपने बीच की गलतफहमी को दूर करें। महिला थाने में दो दर्जन मामलों में दंपतियों ने एक दूसरे से अलग रहने के दौरान फोन पर बात करके समझौता कर लिया। पत्नी घर लौट आयी।दंपती ने पुलिस को फोन करके दिए गए प्रार्थना पत्र को निरस्त करने की कहा।
दंपतियों के बीच विवाद को थाने पर ही सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। शिकायत लेकर आने वाले दंपतियों के मामूली झगड़ों को थाने का स्टाफ मौके पर ही सुलझाने का प्रयास करता है।
रवि कुमार, एसपी ग्रामीण एवं नोडल अधिकारी परिवार परामर्श केंद्र