डॉक्टर नहीं पकड़ पा रहे मर्ज की नब्ज

आगरा(जागरण संवाददाता): सामान्य बुखार से लेकर कैंसर तक के मरीजों में मर्ज पकड़ने में डॉक्टर गलती कर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 May 2018 02:30 PM (IST) Updated:Mon, 14 May 2018 02:30 PM (IST)
डॉक्टर नहीं पकड़ पा रहे मर्ज की नब्ज
डॉक्टर नहीं पकड़ पा रहे मर्ज की नब्ज

आगरा(जागरण संवाददाता): सामान्य बुखार से लेकर कैंसर तक के मरीजों में मर्ज पकड़ने में डॉक्टर गलती कर रहे हैं। मामूली मर्ज में मरीज की तमाम जांच कराई जा रही हैं, दवाओं से पर्चा भर दिया जाता है। मगर, मर्ज ठीक नहीं हो रहा है। ऐसे मरीज एसएन मेडिकल कॉलेज में पहुंच रहे हैं। इन मरीजों की डायग्नोसिस के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की गई है। इस तरह के केस में इलाज की गाइड लाइन भी तैयार की जा रही है।

मलेरिया, वायरल सहित अन्य संक्रमण में डॉक्टर मरीज की खून और पेशाब की जांच करा रहे हैं। ऐसे तमाम केस में मर्ज डायग्नोज नहीं कर पाते हैं। इन मरीजों में कई तरह की एंटीबायोटिक दी जा रही हैं, तबीयत बिगड़ने पर मरीज एसएन में गंभीर हालत में भर्ती हो रहे हैं। इस तरह से हृदय रोग से लेकर सांस संबंधी बीमारियों में भी डायग्नोसिस सही नहीं हो रही है। इन मरीजों में लक्षण को देखते हुए तमाम तरह के स्टेरॉयड इस्तेमाल किए जा रहे हैं। एसएन के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पीके माहेश्वरी ने बताया कि मिस डायग्नोज होने से मरीज की तबीयत सही होने के बजाय बिगड़ रही है। इस तरह के केस में कई दवाओं के साइड इफेक्ट से गुर्दा सहित अन्य अंगों पर असर पड़ रहा है। ऐसे केस एसएन में आ रहे हैं, इन मरीजों की डायग्नोसिस के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की गई है। इसके साथ ही लक्षण और बीमारी को देखते हुए इलाज की गाइड लाइन तैयार कराई जा रही है।

गंभीर मरीजों के केस पर चर्चा

एसएन में गंभीर मरीजों के इलाज पर पीजी क्लासेज में चर्चा भी कराई जा रही है। इसमें डॉक्टरों की टीम केस स्टडी पेश करती है, मरीज को दिए गए इलाज पर चर्चा की जा रही है। डॉक्टरों की टीम इलाज में सुधार और मरीज की क्वालिटी ऑफ लाइफ पर भी चर्चा कर रही है।

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