केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का बड़ा बयान; भीड़ में मारे गए लोगों पर क्यों नहीं होती चर्चा

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मॉब लिंचिंग पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भीड़ में मारे गए लोगों पर चर्चा क्यों नहीं होती है।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Sat, 16 Nov 2019 01:24 PM (IST) Updated:Sat, 16 Nov 2019 01:24 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का बड़ा बयान; भीड़ में मारे गए लोगों पर क्यों नहीं होती चर्चा
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का बड़ा बयान; भीड़ में मारे गए लोगों पर क्यों नहीं होती चर्चा

नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मॉब लिंचिंग पर बयान दिया है। उन्होंने कहा भीड़ में मारे गए लोगों पर क्यों हमारे देश में क्यों चर्चा नहीं होती है। उन्होंने कहा कि एक झूठी खबर चली की बच्चे को उठाने वाले आए हैं और इससे कम से कम 20 लोगों की जान चली जाती है। ऐसे में हमारे देश में सिर्फ एक लिचिंग पर चर्चा पर  होती है, लेकिन इस लिंचिंग में मारे गए 20 लोगों की चर्चा नहीं होती है। 

उदाहरण देते हुए कहा उन्होंने कहा कि बच्चे को उठाने वाले आए हैं। इस पर पूरे देश में चर्चा में होती है, लेकिन जब भीड़ में कम से कम 20 लोगों की जान चली जाती है तो इस पर चर्चा नहीं होती है। विपक्ष परआरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में सिर्फ एक लिचिंग पर चर्चा पर होती है, लेकिन मॉब लिंचिंग में मारे लोगों की चर्चा नहीं होती है। 

शनल प्रेस डे कार्यक्रम में बोले जावड़ेकर

नई दिल्ली में आयोजित नेशनल प्रेस डे कार्यक्रम में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रेस को अपनी सवतंत्रता समझने का ये दिवस है। आज पेड न्यूज़ से अधिक फेक न्यूज़ का संकट है। फेक न्यूज़ की टीआरपी ज्यादा होता है, जो समाज और देश के लिए ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि सही खबर लोगो तक पहुंचाना उनका अधिकार है। ये मीडिया कर्मियों को समझना चाहिए। 

प्रेस की स्वतंत्रता है खतरे में 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद 1975 में प्रेस की स्वतंत्रता खतरे में आ गई। आज सबसे बड़ा संकट है फर्जी खबर का है। पत्रकारों को इसके लिए काम करना चाहिए।

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