लव जिहाद के बारे में केंद्र सरकार ने दी चौंकाने वाली जानकारी, जानें इस बारे में

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी.किशन रेड्डी ने मंगलवार को बताया कि संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत सभी को अपने धर्म के पालन और प्रचार-प्रसार का अधिकार है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 04 Feb 2020 10:40 PM (IST) Updated:Tue, 04 Feb 2020 10:40 PM (IST)
लव जिहाद के बारे में केंद्र सरकार ने दी चौंकाने वाली जानकारी, जानें इस बारे में
लव जिहाद के बारे में केंद्र सरकार ने दी चौंकाने वाली जानकारी, जानें इस बारे में

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्र सरकार ने संसद को बताया है कि मौजूदा समय में 'लव जिहाद' को परिभाषित करने वाला कोई कानून नहीं है। साथ ही कोई भी केंद्रीय जांच एजेंसी 'लव जिहाद' के किसी भी मामले की जांच नहीं कर रही है।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने संसद को दी जानकारी

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी.किशन रेड्डी ने मंगलवार को बताया कि संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत सभी को अपने धर्म के पालन और प्रचार-प्रसार का अधिकार है। इन्हीं विचारों को केरल हाईकोर्ट समेत सभी अदालतों ने उचित समझा है।

केंद्रीय मंत्री ने एक लिखित सवाल के जवाब में कहा कि संविधान के मौजूदा कानूनों में 'लव जिहाद' का कोई जिक्र नहीं है और ना ही उसे परिभाषित किया गया है। किसी भी केंद्रीय जांच एजेंसी ने 'लव जिहाद' के मामलों को दर्ज नहीं किया है। हालांकि मंत्री ने कहा कि केरल में दो संप्रदाय के लोगों के बीच विवाह के दो मामलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने जरूर की थी।

कुरियन ने लिखी थी अमित शाह को चिट्ठी

पिछले साल सितंबर के आखिर में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष जॉर्ज कुरियन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्टी लिखकर कहा था कि केरल में संगठित तरीके से लोगों का धर्मातरण कराया जा रहा है। उसके बाद इन्हीं ' पीड़ि‍तों' को आतंकी गतिविधियों में लगाया जा रहा है।

कुरियन ने बताया था कि ज्यादातर पीड़ि‍त लोग ईसाई समुदाय के हैं। यह पीड़ि‍त इस्लामी कट्टरपंथियों के लिए सॉफ्ट टारगेट हैं। इसी पत्र में उन्होंने अमित शाह को केरल के कोझिकोड के एक पिता की शिकायत का भी ब्योरा दिया था जिसमें कहा गया था कि उन्हें ब्लैकमेल करके उनकी बेटी को ईसाई धर्म छोड़कर इस्लाम कुबूल करने की कोशिशें की जा रही हैं। कुरियन ने इस खतरनाक माहौल को रोकने की अपील की थी। उन्होंने पत्र में कुछ घटनाओं का भी जिक्र किया था।

-केरल कैथोलिक बिशप कांफ्रेंस के अनुसार वर्ष 2005 से 2012 तक चार हजार लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाकर उनका धर्मातरण कराया गया था।

-तत्कालीन मुख्यमंत्री ने केरल विधानसभा में बताया था कि वर्ष 2006 से 2012 के बीच 7713 लोगों को इस्लाम कुबूल कराया गया है।

-केरल में ही कोझिकोड के क्रिश्चियन कालेज की एक छात्रा का दुष्कर्म करके उसकी फिल्म बनाई गई और उसे इस्लाम कुबूल करने के लिए मजबूर किया गया।

-एक अन्य मामले में दिल्ली की एक मलयाली ईसाई लड़की को एक पश्चिम एशियाई देश के मुहम्मद सिद्दीकी ने अपहृत कर लिया था। लड़की के मां-बाप को डर था कि उसे गुमराह करके आइएस जैसे आतंकी संगठन में शामिल कराया गया है या फिर बतौर गुलाम रखा गया है।

-केरल से कम से कम 21 लोग आतंकी संगठन आइएसआइएस में शामिल हुए। इनमें से पांच ईसाई थे, जिन्हें इस्लाम कुबूल कराया गया था।

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