लड़ाकू विमानों की खरीद पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरा, लगाए गंभीर आरोप

राहुल गांधी ने कहा है कि रक्षा सौदों में अपने अनुभवहीन दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी सरकारी क्षेत्र की कंपनी एचएएल की अनदेखी कर रहे हैं

By Tilak RajEdited By: Publish:Sat, 07 Apr 2018 06:27 PM (IST) Updated:Sat, 07 Apr 2018 07:30 PM (IST)
लड़ाकू विमानों की खरीद पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरा, लगाए गंभीर आरोप
लड़ाकू विमानों की खरीद पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरा, लगाए गंभीर आरोप

नई दिल्ली, पीटीआइ। 114 लड़ाकू विमान सौदे की प्रक्रिया शुरू होने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा है। कहा है कि प्रधानमंत्री ने अपने मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए एक लाख करोड़ रुपये के विमान सौदे के लिए दोबारा टेंडर आमंत्रित किए। दुनिया के इस सबसे बड़े रक्षा सौदे के लिए भारत सरकार ने शुक्रवार को प्रक्रिया शुरू की है और लड़ाकू विमान बनाने वाली कंपनियों से प्रारंभिक सूचनाएं मांगी हैं।

राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में इसे मोदी स्कैम अलर्ट का संबोधन दिया है। कहा है, राफेल विमान सौदे में प्रधानमंत्री ने अपने दोस्त को 40,000 करोड़ रुपये का सायोनारा (जापानी भाषा में विदाई के समय का अभिवादन) अमाउंट दिया था। इस बार अन्य मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए सौदे का दोबारा टेंडर किया गया है। राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने राफेल विमान सौदे को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं और 36 विमानों को करीब तीन गुनी ज्यादा कीमत पर खरीदने का आरोप लगाया है। 59,000 करोड़ रुपये के इस विमान सौदे के बारे में सरकार ने सभी तथ्य सार्वजनिक नहीं किए हैं।

राहुल गांधी ने कहा है कि रक्षा सौदों में अपने अनुभवहीन दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी सरकारी क्षेत्र की कंपनी एचएएल की अनदेखी कर रहे हैं। इस कंपनी को तकनीक हस्तांतरण के बाद राफेल विमान बनाने थे। इस संबंध में मनमोहन सिंह सरकार के समय बातचीत काफी आगे तक हुई थी। एक सौ से ज्यादा लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए संप्रग सरकार ने 2007 में टेंडर आमंत्रित किए थे। कंपनियों ने जो सूचनाएं भेजी थीं उन्हीं में फ्रांस के राफेल विमान की सूचनाएं भी थीं। उसी के आधार पर कांग्रेस दावा कर रही है कि तीन गुनी ज्यादा कीमत पर 2016 में मोदी सरकार ने राफेल सौदा किया है।

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