आखिर क्‍यों हो रही कर्नाटक सरकार के एक फैसले की तारीफ? 5000 से 25000 रुपये तक का मुआवजा

बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के मकसद से देश में भले ही लॉकडाउन तीन लागू हो चुका है वहीं राज्‍य सरकारें भी अपनी ओर से इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रही हैं।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 07 May 2020 04:43 PM (IST) Updated:Thu, 07 May 2020 04:43 PM (IST)
आखिर क्‍यों हो रही कर्नाटक सरकार के एक फैसले की तारीफ? 5000 से 25000 रुपये तक का मुआवजा
आखिर क्‍यों हो रही कर्नाटक सरकार के एक फैसले की तारीफ? 5000 से 25000 रुपये तक का मुआवजा

नई दिल्‍ली, जेएनएन। बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के मकसद से देश में भले ही लॉकडाउन तीन लागू हो चुका है, वहीं, राज्‍य सरकारें भी अपनी ओर से इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रही हैं। देशभर में फंसे प्रवासियों को अपने राज्‍यों में सुरक्षित पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेंने चलाई जा रही हैं। किसानों, लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों, हथकरघा बुनकरों, फूलों की खेती करने वालों, धोबियों, नाइयों, ऑटो और टैक्सी चालकों समेत अन्य को ध्यान में रखते हुए राज्‍य सरकारें राहत पैकेज का ऐलान कर रही हैं।

इस शुरुआत की है कर्नाटक सरकार ने। कर्नाटक सरकार ने लॉकडाउन के कारण परेशान लोगों को राहत देने के लिए 1,610 करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया। इस पैकेज से किसानों, छोटे और मध्यम उद्यमों, हथकरघा बुनकरों, फूल उत्पादकों, धोबियों, नाइयों, ऑटो और टैक्सी चालकों को लाभ होगा। कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री येदियुरप्पा ने विभिन्‍न समुदाय वर्ग के लिए इस राहत पैकेज का ऐलान किया। मुख्‍यमंत्री ने आगे बताया कि हमारी सरकार ने लगभग एक लाख लोगों को 3500 बसों और ट्रेनों से उनके घर वापस भेजा है। उन्होंने कहा, 'मैंने प्रवासी मजदूरों से कर्नाटक में ही रुकने की अपील की है क्योंकि निर्माण कार्य अब फिर से शुरू हो गया है।' 

राहत पैकेज में किसे क्‍या मिलेगा?

राज्य के ड्राइवर और नाई समुदाय को पांच-पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। करीब 7,75,000 ड्राइवर और 2,30,000 नाई को मिलेगा लाभ। फूल विक्रेताओं को प्रति हेक्टेयर 25,000 रुपये की राहत मिलेगी। वाशरमेन और नाइयों के लिए 5,000 रुपये मुआवजा दिया जाएगा। ऑटो और टैक्सी चालकों को एक बार 5,000 रुपये की राहत मिलेगी। कंट्रक्शन का काम करने वाले मजदूरों को भी 5000 हजार की आर्थिक मदद जी जाएगी. कंट्रक्शन वर्कर को पहले 2000 रुपये की मदद दी जा चुकी है, इनको 3000 रुपये की मदद अभी और दी जाएगी| MSME के लिए लगातार दो महीनों के बिजली बिल (Electricity Bill) पर मासिक फिक्स्ड चार्जेस माफ बड़े उद्योगों के बिजली बिलों के फिक्स्ड चार्जेस को बिना किसी जुर्माने या ब्याज के अगले दो महीनों के लिए टाला बुनकरों (Weavers) के लिए 109 करोड़ रुपये की ऋण माफी योजना के लिए 29 करोड़ रुपये जारी। हथकरघा बुनकरों के खाते में सीधे दो-दो हजार रुपये डालेगी। इससे 54,000 हथकरघा बुनकरों को लाभ होगा। राज्य में पंजीकृत 15.80 लाख निर्माण कर्मी में से 11.80 लाख निर्माण कर्मियों के खाते में पहले ही दो-दो हजार रुपये भेज दिए हैं, शेष के खातों में भी यह राशि पहुंचाए जाने की प्रक्रिया जारी है। निर्माण कर्मियों को तीन-तीन हजार रुपये की अतिरिक्त राशि भेजने का फैसला किया है।
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