Jagran Exclusive: Himachal CM जयराम ठाकुर का विपक्षियों पर तंज- 'कांग्रेस अब एक परिवार की पार्टी, AAP के लिए हिमाचल में कोई स्थान नहीं' | पढ़ें पूरा इंटरव्यू

हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर अभी से चुनावी मोड में आ गए हैं। हिमाचल प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी की क्‍या रणनीति रहेगी और जयराम ठाकुर की सरकार के कामकाज कैसे रहे हैं? जानिए खास बातचीत में...

By TilakrajEdited By: Publish:Fri, 27 May 2022 03:40 PM (IST) Updated:Fri, 27 May 2022 07:27 PM (IST)
Jagran Exclusive: Himachal CM जयराम ठाकुर का विपक्षियों पर तंज- 'कांग्रेस अब एक परिवार की पार्टी, AAP के लिए हिमाचल में कोई स्थान नहीं' | पढ़ें पूरा इंटरव्यू
कांग्रेस पार्टी का भविष्य पूरे देश में समाप्त है

नई दिल्‍ली, प्रत्‍युष रंजन। इस साल के अंत में हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे लेकर भाजपा ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर अभी से चुनावी मोड में आ गए हैं। राज्‍य में चुनाव की तैयारियों और रणनीति को लेकर मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर से जागरण न्‍यू मीडिया ने एक्‍सक्‍लूसिव बातचीत की। भारतीय राजनीति की एक खासियत है कि आम कार्यकर्त्ता अर्श से फर्श पर और फर्श से अर्श पर बहुत जल्दी पहुंचते हैं। ऐसी बहुत सी मिसालें हैं, जब एक आम कार्यकर्त्ता बिल्कुल जमीनी स्तर से काम करके अपने राज्य की राजनीति और देश की राजनीति में एक अहम भूमिका तक पहुंच गया। ऐसे लोगों में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का नाम भी शामिल है, इनका भी बैकग्राउंड बिल्‍कुल ऐसा ही है। संघ का बैकग्राउंड, एवीबीपी की इनकी जमीनी स्तर की राजनीति और पिछले कई सालों से लगातार चुनाव जीतते हुए आज राज्य और देश की राजनीति में इनकी जो अहम भूमिका बनी है, वो किसी से छुपी नहीं है। हिमाचल प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी की क्‍या रणनीति रहेगी और जयराम ठाकुर की सरकार के कामकाज कैसे रहे हैं? इन सब विषयों पर जयराम ठाकुर ने जागरण न्‍यू मीडिया के साथ खुलकर बातचीत की। पढ़ें उनके साथ हुई बातचीत के खास अंश...

चुनावी वर्ष है और कई सारे रिकॉर्ड टूटे हैं। इस बार लगातार कहा जा रहा था कि कई सारे राज्यों में सरकारें वापस नहीं आती हैं लेकिन यूपी और उत्तराखंड में बीजेपी की सरकारें ही वापस आयीं। हिमाचल चुनाव को लेकर आपका क्‍या प्रिडिक्‍शन है और कैसी तैयारी है पार्टी की?

जवाब : अभी हाल ही में जो पांच राज्यों के चुनाव हुए हैं और जैसे उनके परिणाम आए हैं, उनमें से कुछ राज्यों को लेकर बार- बार यही कहा जाता रहा था कि वहां हर पांच वर्ष के बाद सत्ता परिवर्तन होता है। लेकिन इस बार नई रिवायत शुरू हुई है, नया रिवाज शुरू हुआ है। उत्तराखंड में फिर भाजपा की सरकार बनी है। उत्तर प्रदेश में 37 वर्षों के बाद किसी पार्टी की पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा वापसी हुई, योगी जी फिर से वहां मुख्यमंत्री बने। उत्तराखंड तो जब से अस्तित्व में आया है, उसके बाद पहली बार ऐसा हुआ कि कोई सरकार पांच वर्ष बाद फिर सत्ता में आर्इ। ऐसे में मैं कह सकता हुं कि माहौल इस प्रकार से पूरे देश भर में बना है। स्वाभाविक रूप से इसके लिए बहुत बड़ा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जाता है जिनके नेतृत्व ने भारत का सम्मान पूरे विश्व में ऊंचा किया है, भारत की अलग पहचान बनी है और ऐसे संकट के क्षण में भारत को ऐसा मजबूत नेतृत्व प्राप्त हुआ। हिमाचल प्रदेश भी चुनावी वर्ष में है। हिमाचल के बारे में भी यही कहा जाता रहा है कि 1985 के बाद यहां भी पांच-पांच वर्ष के लिए कांग्रेस-बीजेपी, बीजेपी-कांग्रेस और इस प्रकार से ये क्रम चलता रहा है। अबकी बार मुझे पूरा भरोसा है, प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में, हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा जी और हमारे केंद्रीय मंत्री अमित शाह जी के सहयोग से हम हिमाचल प्रदेश में फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने में सफल होंगे।

कोरोना संकट को बेहतर तरीके से हैंडल करने में हिमाचल प्रदेश की सरकार का नाम आता है। आप बताएं कि आपकी सरकार की कौन-कौन सी ऐसी योजनाएं रहीं, जैसे नलजल योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, इसके बारे में जागरण के पाठकों को थोड़ा डिटेल में बताएं कि ये योजनाएं कैसी कैसी रहीं और इसका इम्पैक्ट कैसा रहा?

जवाब : ये बात तो सही है कि कोविड के कारण बीच में दो वर्ष का कार्यकाल सामान्य परिस्थितियों से अलग तरह का रहा है। स्वाभाविक रूप से चीजें प्रभावित हुई हैं, लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि पूरे देश भर में हिमाचल प्रदेश ने कोविड मैनेजमेंट में बेहतरीन काम किया। पूरे देश में कोविड की पहली, दूसरी और बूस्‍टर डोज लगाने में हम पहले नंबर पर आए। उसके अलावा पूरे हिमाचल प्रदेश में कहीं आक्सीजन की किल्‍लत नहीं हुई, समय पर आक्सीजन वाले बेड उपलब्ध कराए गए। जरूरतमंदों को वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए। मैं यह कह सकता हूं कि हिमाचल प्रदेश में कोविड मैनेजमेंट की दृष्टि से जो बड़ी चुनौती थी, जिसका सामना आज से पहले प्रदेश में किसी मुख्यमंत्री को करना नहीं पड़ा, तब भी हमने चुनौती का सामना किया और सफलतापूर्वक उस दौर को पार किया।

जहां तक योजनाओं की बात है तो हमने नए इनिशियेटिव लिए और गरीबों के लिए फोकस होकर काम किया। मुझे इस बात की ख़ुशी है कि पिछली कांग्रेस सरकार की एक भी योजना को लोग आज याद नहीं करते। हमने 'जनमंच' की शुरुवात की। हमने लोगों की समस्याओं का समाधान मौके पर किया। 50 हज़ार से ज्यादा समस्याओं का समाधान मौके पर हुआ। ये बात अलग है कि कोविड के कारण बीच में हमें इसको रोकना भी पड़ा। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर हमने वैसे लोगों के लिए हिम केयर योजना शुरू की जो आयुष्मान भारत के अंतर्गत नहीं पाए थे और जो गरीब वर्ग के थे। हिम केयर के माध्यम से पूरे हिमाचल प्रदेश में हम लगभग 2 लाख 90 हज़ार से ज्यादा गरीब लोगों का इलाज मुफ्त में करने में सफल रहे। इसी प्रकार हमने 'सहारा योजना' शुरू की। कोई आदमी अगर ऐसी बीमारी से ग्रसित हो गया, जिसके कारण उसका ज़िन्दगी भर इलाज चलेगा लेकिन वो बिस्तर पर पड़ा है। किसी को ब्रेन हैमरेज हो गया, किसी की किडनी फेल हो गई, किसी को कैंसर हो गया तो ऐसे लोगों को हमने आइडेंटीफाई किया। 'सहारा योजना' के अंतर्गत हर महीने तीन हज़ार रुपये की मदद कर रहे हैं। करीब 20 हज़ार ऐसे लोग है जो हिमाचल प्रदेश में इसके अंतर्गत रजिस्टर्ड हैं।

उसी तरह उज्‍ज्‍वला योजना का जिक्र करना चाहूंगा जिसे प्रधानमंत्री जी ने पूरे देश के लिए शुरू किया था। उसके अंतर्गत हिमाचल प्रदेश को भी करीब एक लाख 37 हज़ार गैस के चूल्हे उपलब्ध हुए। हमने तय किया कि इसको सैचुरेशन पर ले जाना चाहिए। एक भी परिवार बिना गैस चूल्हे के न रहे, चाहे कितना भी गरीब हो। हमने 3 लाख 31 हज़ार गैस के चूल्हे घर-घर में पहुंचाये। हिमाचल पूरे देश में पहला राज्य है, जहां एक भी घर गैस के चूल्हे के बिना नहीं है। नए इनिशियेटिव का अगर जिक्र करें हमने मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना नौजवानों के लिए शुरू की ताकि हमारा नौजवान अगर सरकारी क्षेत्र में नौकरी न कर सके, उसे नौकरी ना मिले तो वो अपना कारोबार करे और बहुत बड़ी संख्या में उसमें नौजवान आगे आये। हमारी बेटियां आगे आईं। जिसमें अगर कोई महिला या विधवा कारोबार शुरू करेगी तो उसको हमने 35% सब्सिडी दी। हमने 1 करोड़ रुपये लोन देने की लिमिट रखी। अगर कोई नौजवान काम करना चाहता है तो उसको 25% सब्सिडी उपलब्ध कराई गयी। इसमें बड़ी संख्‍या में लोगो को काम करने का अवसर मिला है, जिन्होंने अपना कारोबार भी शुरू किया। ऐसे अलग तरह के इनिशियेटिव हमने हिमाचल प्रदेश में लिए, जैसे गरीब परिवार की बेटी की शादी में शगुन के रूप में 31 हज़ार रुपये सरकार की तरफ से मदद देना। इसके लिए हमने हिमाचल प्रदेश में हमने 'शगुन' योजना की शुरुआत की। इसके बहुत बड़ा वर्ग लाभान्वित हुआ, जो बेटियों को बहुत बड़ा सहारा बना।

हिमाचल प्रदेश के हिसाब कनेक्टिविटी और टूरिज्‍म बहुत ही महत्‍वपूर्ण हैं। पिछले कई सालो में रोड कनेक्टिविटी में पूरे देश के साथ ही हिमाचल प्रदेश में काफी कार्य हुए हैं। राज्‍य के लिए टूरिज्‍म एक बहुत बड़ा आधार है। कृपया बताएं कि राज्य के टूरिज्‍म के आगे जो युवा वर्ग है उसको सरकार कैसे सपोर्ट कर रही है और रोड कनेक्टिविटी के बारे में बताएं जिसका फायदा अंतत: टूरिज्‍म को ही होता है?

जवाब : निश्चित रूप से हिमाचल एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन है! इंटरनेशनली नोन टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। पूरी दुनिया भर से लोग हिमाचल प्रदेश आते है। इसमें हमारे सामने सबसे बड़ी कठिनाई जो आती है वो है कनेक्टिविटी की। फोर लेन के जो प्रोजेक्ट लंबित पड़े थे, बाधित थे, कई जगह टेंडर हुए थे लेकिन काम शुरू नहीं हो रहा था, उनपर हमने काम शुरू कराया। अब फोर लेन पर काम चल रहा है फिर चाहे वो शिमला की फोर लेन की कनेक्टिविटी है या फिर कीरतपुर से मनाली की, उसका युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। आने वाले दो साल के अंदर कनेक्टिविटी पूरी हो जाएगी। ऐसे एक नहीं, अनेक जगह कनेक्टिविटी के काम को प्राथमिकता दी गई है। हिमाचल के इतिहास में सबसे ज्यादा रोड लेंथ साढ़े चार साल के कार्यकाल में हमने दिया है। इस कारण टूरिज्‍म को एक बहुत बड़ा बूस्ट मिलेगा। लेकिन आने वाले समय में हमारा ज्यादा फोकस नए टूरिस्‍ट डेस्टिनेशन डेवेलप करने पर है। इसके लिए हमने हिमाचल प्रदेश में चार-पांच जगहों की पहचान की है, उस पर 2100 करोड़ रुपये का काम चल रहा है। सबसे महत्‍वपूर्ण मुझे ये कहना है कि रोहतांग अटल टनल बनकर तैयार हुई है, वो पूरी दुनिया के लिए बहुत बड़ा अट्रैक्शन का सेंटर बना हुआ है। वो अपने आप में एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन गया है। जो हिमाचल आता है वो अटल टनल देखने जरूर जाता है क्योंकि वो दस हज़ार फीट की उंचार्इ पर नौ किलोमीटर की लम्बाई वाली पूरे विश्व की पहली टनल है। उससे भी टूरिजम को बूस्ट मिला है। धर्मशाला रोप-वे को हमको बनाने के लिए बहुत वक़्त लग गया, लेकिन उसके बाद हमने काम तेज किया। अभी 210 करोड़ की लागत से हमने 2 महीने पहले उसका उद्घाटन कर दिया। रोप-वे बन कर धर्मशाला से मुकलोक तक के लिए बनकर तैयार हुआ है। आज वो धर्मशाला में आकर्षण का एक सेंटर बना है। इस प्रकार से हिमाचल प्रदेश में टूरिस्ट को बढ़ावा देने और कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दे रहे हैं। ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट हिमाचल प्रदेश को लेकर हमने गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया के सिविल एविएशन मंत्रालय के साथ MOU साइन किया है। ऐसे में आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश में डेवलपमेंट पर ज्‍यादा स्कोप रहेगा, जहां रोजगार का बहुत बड़ा स्कोप है। टूरिज्‍म सेक्टर को फोकस करके काम करने की कोशिश की है।

चार-पांच राज्‍यों में जो पिछले विधानसभा चुनाव हुए हैं, उमें महिलाओं की एक सशक्त भूमिका निकल कर आयी है। खासकर यूपी में ऐसा देखा गया। अब अलग से उनको एक बेनिफिशियरी क्लास का भी नाम दिया जा रहा है। वोटबैंक के लिए एक मजबूत आधार है। ऐसे में खासकर महिलाओं के लिए अगर आप की तरफ से कुछ स्कीम रही हो तो उसके बारे में बताएं!

जवाब : महिला सशक्तिकरण के लिए हिमाचल ने बहुत पहले से बहुत बेहतर काम किया है। हिमाचल प्रदेश संभवत पूरे देश भर में पहले राज्यों में से था, जहां हमने महिलाओं के लिए पंचायती राज व्यवस्था में 50% का आरक्षण दिया। दूसरी बात, वर्तमान में हमने हिमाचल प्रदेश में महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए खासतौर से दो-चार चीजें की हैं। महिलाओं के सेल्फ हेल्प ग्रुप को हमने 25 हज़ार रुपये का रिवाल्विंग फंड देकर 4% पर लोन दिया है। हज़ारों की संख्या में महिलाएं अपना कारोबार बहुत बेहतर ढंग से कर रही हैं। सेल्फ हेल्प ग्रुप और उनके प्रोडक्ट को मार्केटिंग के लिए भी हम सरकार की ओर से मदद कर रहे हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश में बेटियों की पढ़ाई के लिए हमने सुनिश्चित किया है, उसमें प्रतियोगी परीक्षा में महिलाओं को मदद हो सके ताकि वो कोचिंग लेकर के प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लें। अच्छा परफॉर्म कर उनका सिलेक्शन हो सके। आज महिला सिर्फ घर में ही काम नहीं कर रही, घर के बाहर भी जाकर के प्राइवेट सेक्टर में और गवर्नमेंट सेक्टर में काम कर रही है। ऐसे में उनका बस का किराया भी हमने आधा किया है। यह अभी हमने हिमाचल दिवस के अवसर पर अबकी बार ये घोषणा की है। शगुन योजना जैसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तिकरण का प्रयत्‍न हिमाचल प्रदेश में किया जा रहा है। हिमाचल की महिलाएं किसी भी क्षेत्र में वो पुरुषों से पीछे नहीं हैं।

इलेक्शन का समय आ गया है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों की इस बात की तैयारी होगी कि कैसे हिमाचल में अपने आप को स्थापित करें, अपने राजनीतिक कद को बढ़ाएं। आम आदमी पार्टी की हिमाचल में एंट्री हो रही है या कांग्रेस की कैसी तैयारी होगी, इसके ऊपर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?

जवाब : चुनावी वर्ष में सभी राजनीतिक दल अपनी- अपनी तैयारी करते हैं। उनकी अपनी स्ट्रेटजी, अपनी प्लानिंग रहती है। हिमाचल प्रदेश के बारे में स्पष्ट कर दूं कि प्रदेश में तीसरी पार्टी को स्वीकार करने की मानसिकता पहले से नहीं रही है। आज तक जितने प्रयास हुए हैं, सफल नहीं हुए। वो असफल हुए और अबकी बार भी मैं इस बात को कहूंगा कि जो एक प्रयास किया जा रहा था, वो दो-चार दिन खूब उछला था लेकिन उसके बाद वो बिल्कुल गायब हो गया। हिमाचल प्रदेश में ये स्थिति है कि पार्टी किसके हाथ में दी जाए, अभी तक यही तय नहीं हुआ है। अभी तक पार्टी केजरीवाल के ही हाथ में है। ऐसे में बहुत ज्यादा गुंजाइश उस पार्टी के लिए नहीं है। दूसरी बात हिमाचल की परिस्थितियां अलग तरह की हैं। हिमाचल प्रदेश में जहां कांग्रेस पार्टी की बात है तो कांग्रेस पार्टी पूरे देश भर में किसी जमाने में सशक्त हुआ करती थी, आज वो एक परिवार की पार्टी बनकर रह गयी है। अभी हाल ही में पांच प्रदेशों में चुनाव हुए, सभी जगह से वह समापन की ओर बढ़ गई है। उत्तर प्रदेश में तो उसकी ये स्थिति है, जहां 400 सीटों में पार्टी को 2 सीटें हासिल हुईं। वो पार्टी समापन की ओर है। उसका कुछ कुछ बचा नहीं है। हिमाचल प्रदेश में भी उसका बहुत ज्यादा बचा नहीं है। कांग्रेस के जो बड़े नेता रहे हैं वो आज नहीं हैं। कांग्रेस पार्टी का भविष्य पूरे देश में समाप्त है, तो हिमाचल प्रदेश में उसके भविष्य की कल्पना करना मुझे लगता है उचित नहीं होगा।

केंद्र की मोदी सरकार 8 साल पूरे कर रही है। ऐसी रिपोर्ट्स है कि प्रधानमंत्री मोदी खुद हिमाचल प्रदेश में होंगे। कुछ समारोह हैं, जहां पर वो शामिल होंगे। उसके बारे में आप जागरण के पाठकों को बताएं?

जवाब : मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि हिमाचल प्रधानमंत्री जी के दिल के बहुत करीब है। वो हिमाचल के लोगों को बहुत स्नेह करते हैं। वो वर्षों तक हिमाचल प्रदेश में संगठन का काम करते रहे और बहुत सारे लोगों को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं, पहचानते हैं, पुकारते हैं। ऐसे में हमारे लिए गर्व का विषय है ये कि 8 साल का प्रधानमंत्री जी का पूरे देश में जो कार्यकाल रहा है, जिस कार्यकाल में पूरे देश की पहचान पूरी दुनिया में बनी है, भारत आज मजबूत नेतृत्व के कारण एक अलग पहचान के साथ जाना जाता है। ऐसे में ये 8 साल का कार्यकाल हिमाचल प्रदेश के शिमला में मनाना और पूरे देश को प्रधानमंत्री जी वहां से सम्बोधित करेंगे, ये हमारे लिए गर्व की बात है। हम आदरणीय प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद करते हैं। उनका अभिनन्दन करेंगे, स्वागत करेंगे और हमारे लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री जी के 8 साल का कार्यकाल पूरा होने का कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश में हो रहा है, और इस मौके पर वो हिमाचल प्रदेश से अपना सन्देश पूरे राष्ट्र को, पूरी दुनिया को देंगे।

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